लखनऊ, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी अब भोजन को भी जाति से जोड़कर, अपनी घटिया मानसिकता और संकीर्ण सोच का प्रदर्शन कर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्ता की प्यास से व्याकुल भाजपा नेतृत्व वोट बैंक की राजनीति को हवा देने में लगी है। अब भोजन को भी जाति से जोड़कर भाजपा ने अपनी घटिया मानसिकता और संकीर्ण सोच का प्रदर्शन किया है। उन्होने कहा कि विधायकों की खरीद फरोख्त हो रही है क्योंकि भाजपा नेता जनता के बीच जाने से घबरा रहे हैं।
दरअसल, अमित शाह अब यादव वोटर्स के बीच भी बीजेपी की पकड़ मजबूत करना चाहते हैं। लखनऊ में अपने तीन दिवसीय दौरे के दूसरे दिन ”मिशन यादव” योजना को अमली जामा पहनाते हुये, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, अमित शाह ने बीजेपी कार्यकर्ता सोनू यादव के घर भोजन किया। सोनू यादव लखनऊ के यादव बाहुल्य जुगौली गांव मे रहतें हैं। अमित शाह के साथ, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या, उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा सहित कई मंत्री और विधायक थे।
लखनऊ के जुगौली गांव के लोगों ने गांव के ही नंदराम यादव के साथ, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अपनी समस्याएं बताई। यह वही गांव है जहां कल ही भाजपा नेताओं ने भोजन किया था।
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि जनता भाजपा की वादाखिलाफी, विकास कार्यों में नाकामी और आम आदमी को प्रताड़ित किए जाने की वजहों से असंतुष्ट है और वह अभी से भाजपा सरकार से परेशान हो चली है। यादव ने कहा कि भाजपा का जनता से सिर्फ वोट का रिश्ता है। वह जाति और संप्रदाय की राजनीति कर सामाजिक सद्भाव को तोड़ती है और लोगों के बीच नफरत तथा अलगाव पैदा करती है। भाजपा का जनता के दुख दर्द से कोई सरोकार नहीं है।