भोपाल-उज्जैन पैसेंजर रेल विस्फोट की जांच करेगी एनआईए

trainनई दिल्ली,  मध्य प्रदेश के जबड़ी रेलवे स्टेशन के निकट गत 07 मार्च को भोपाल-उज्जैन पैसेंजर रेलगाड़ी में हुये विस्फोट की जांच का काम राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपा जायेगा। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस विस्फोट के बारे में लोकसभा में आज अपनी ओर से दिये गये वक्तव्य में कहा कि इस मामले में मध्य प्रदेश तथा उत्तर प्रदेश की पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने समन्वय का अच्छा उदाहरण पेश किया तथा देश की सुरक्षा पर उत्पन्न संभावित खतरे को टालने में सफलता प्राप्त की। उन्होंने कहा कि इस पूरे प्रकरण की जांच एनआईए से करायी जायेगी।

रेलगाड़ी के जनरल कोच में हुये विस्फोट में 10 रेलयात्री घायल हो गये थे। अभी सभी घायलों की स्थिति खतरे से बाहर है। श्री सिंह ने बताया कि इस मामले में अब तक छह गिरफ्तारियां की गयी हैं। जांच में पाया गया कि विस्फोट के लिए आईईडी का इस्तेमाल किया गया था। मध्य प्रदेश पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित किया जिसके बाद होशंगाबाद जिले के पिपरिया में वाहन चेकिंग के दौरान तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया था। गृहमंत्री ने कहा कि पिपरिया में गिरफ्तार संदिग्धों से पूछताछ तथा अन्य ह्मोतों से मिली जानकारी के आधार पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने लखनऊ, इटावा, कानपुर और औरैया में विभिन्न स्थानों पर कार्रवाई की। उत्तर प्रदेश के आतंक निरोधी दस्ते द्वारा (एटीएस) लखनऊ के काकोरी थाना अंतर्गत हाजी कॉलोनी स्थित एक मकान में संदिग्ध मोहम्मद सैफुल्लाह के मकान की घेराबंदी की गयी। उसके आत्मसमर्पण से इनकार करने पर पुलिस ने 12 घंटे का अभियान शुरू कर मुठभेड़ में उसे मार गिराया। मामले में एटीएस ने कानपुर, इटावा तथा औरैया से भी एक-एक संदिग्ध आतंकवादियों को भी गिरफ्तार किया है। श्री सिंह ने बताया कि हाजी कॉलोनी में मुठभेड़ में मारे गये सैफुल्लाह के कमरे से आठ पिस्तौल, 630 जिंदा कारतूस, 03 मोबाइल फोन, चार सिमकार्ड, 02 वॉकीटॉकी सेट, 45 ग्राम सोना, डेढ़ लाख रुपये नकद तथा कुछ विदेशी मुद्रा बरामद की गयी है। घटना के संबंध में लखनऊ में थाना एटीएस में मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि इटावा तथा औरैया से हथियारों की आपूर्ति करने के आरोप में एक-एक संदिग्ध आतंकवादी को गिरफ्तार किया गया है। गृहमंत्री ने कहा कि प्रकरण की आगे की जांच केंद्रीय एजेंसियों के समन्वय से की जा रही है तथा अभियुक्तों के अन्य संपर्क सूत्रों के बारे में जानकारी एकत्र की जा रही है।

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