भोपाल, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के केंद्रीय जेल से प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के आठ विचाराधीन कैदियों के फरार होने और बाद में पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने की न्यायिक जांच कराने की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार रात घोषणा की। मुख्यमंत्री चौहान द्वारा की गई घोषणा के मुताबिक, न्यायिक जांच मप्र उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश जस्टिस एसके. पांडे करेंगे। जस्टिस पांडे सिमी के विचाराधीन कैदियों के जेल से भागने और उसके बाद हुई मुठभेड़ से जुड़े सभी बिंदुओं की जांच करेंगे। ज्ञात हो कि दिवाली की रात सिमी के आठ विचाराधीन कैदी प्रहरी रमाशंकर यादव की गला रेतकर हत्या करने के बाद फरार हो गए थे। फरार होने के आठ घंटे बाद ही सभी को शहर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर पुलिस के संयुक्त दल ने मुठभेड़ में मार गिराया था। न्यायिक जांच से पूर्व इस घटना की जांच का जिम्मा राज्य सरकार ने पूर्व पुलिस महानिदेशक नंदन दुबे को सौंपा था, वहीं मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जांच कराने का ऐलान किया था।