मिर्जापुर, उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में मंगलवार भोर मंगला आरती के बाद विश्व प्रसिद्ध विंध्याचल नवरात्र मेला शुरू हो गया।
विंध्यवासिनी के दरबार में माथा टेकने के लिये नव संवत्सर पर आस्था का जन सैलाब उमड़ा। चैत्र नवरात्र के पहले दिन लाखों श्रद्धालुओं ने विंध्य क्षेत्र की अधिष्ठात्री देवी मां विंध्यवासिनी देवी के दर्शन पूजन किए। भक्तों ने त्रिकोण यंत्र पर विराजमान मां अष्टभुजा देवी एवं मां काली के दरबार में हाजिरी लगायी।भारी भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
विंध्यधाम में चारों ओर मां के जयकारा का शोर सुनाई पड़ रहा है। मंगलवार भोर में मंगला आरती शुरू होने से पहले भक्तों की लम्बी कतारें लग गई थी।आज सारे दिन भक्तों का रेला लगा रहा।दूर दूर से आए लाखों भक्तों ने मां के दर्शन किए।विंध्य कोरिडोर निर्माण के बाद से यहां भक्तों की संख्या में गुणात्मक परिवर्तन हुआ है। काशी विश्वनाथ कोरिडोर निर्माण के बढ़ी भीड़ की तरह विंध्याचल में भी संख्या दोगुनी हो गई है।देवी विंध्यवासिनी का चार बार श्रृंगार किया जाता है।जो अर्थ, धर्म, काम एवं मोक्ष का प्रतीक माना जाता है। नवरात्र में चौबीस घंटे मंदिर में दर्शन पूजन होगा।
श्रद्धालुओं की भीड़ की दृष्टि से जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। मेला अधिकारी शिव प्रताप शुक्ल ने बताया कि भीड़ नियंत्रण के लिए जगह-जगह बैरियर लगाएं गये। क्षमता से अधिक भीड़ होने की स्थिति में भीड़ को जगह जगह रोक दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र में यात्रियों की मौलिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। मेला क्षेत्र को जोनों और सेक्टरों में बाट कर व्यवस्था की गई है।
पुलिस अधीक्षक श्री अभिनंदन ने बताया कि आंतकवादी गतिविधियों पर नियंत्रण रखने में दक्ष एटीएस के जवान भी तैनात किए गए हैं। ऐसा यहां पहली बार हुआ है। घुड़सवार पुलिस,जल पुलिस बम डिस्पोजल स्क्वाड, यातायात पुलिस के साथ खुफिया एजेंसी भी तैनात की गई है।
रेलवे और रोडबेज ने यात्रियों की सहूलियत के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। यात्रा को सुगम बनाने के लिए सड़क मार्ग से आने वाले भक्तों के लिए परिवहन निगम दो सौ बसे लगाया है।जो विभिन्न जिलों से जोड़ी गई है। रेलवे विंध्याचल स्टेशन पर ग्यारह अतिरिक्त ट्रेनो का अप एवं डाऊन में स्टापेज दिया है।