लखनऊ, यूपी विधान सभा चुनाव को देखते हुये और राजनैतिक दलों की तरह समाजवादी पार्टी भी ब्राह्णण कार्ड खेलने के भेड़ चाल मे शामिल हो गई है। अखिलेश सरकार के आठवें मंत्रिमंडल विस्तार में दस मंत्रियों ने शपथ दिलाई गई। मंत्रिमंडल विस्तार के जरिये सपा ने ब्राह्णण कार्ड खेलने की कोशिश की है। इसमें जहां दो बर्खास्त ब्राह्मण नेताओं को वापस लेते हुए कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है, वहीं एक राज्यमंत्री अभिषेक मिश्र का कद बढ़ाकर उन्हें भी कैबिनेट मंत्री बना दिया गया है।
रायबरेली के ऊंचाहार से मनोज कुमार पाण्डेय को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नाराजगी के चलते बर्खास्त कर दिया था। इसी तरह तकनीकी शिक्षा मंत्री रहे प्रतापगढ़ के रानीगंज से विधायक शिवाकांत ओझा को पहले प्रतापगढ़ जिले से शिकायतें मिलने के कारण पद से हटाया गया था। दोनों बर्खास्त ब्राह्मण नेताओं को वापस लेते हुए कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है।
कैबिनेट मंत्री का दर्जा पाने वालों में पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति समेत सभी दस मंत्री शामिल हैं। जहां चार बर्खास्त मंत्रियों की वापसी हुई है जबकि तीन राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और तीन अन्य राज्य मंत्रियों का ओहदा बढ़ा कर उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। मंत्रियों की संख्या ज्यादा होने पर मेंहदावल संतकबीरनगर से खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री रहे लक्ष्मीकांत निषाद उर्फ पप्पू निषाद को बर्खास्त कर दिया गया है।
राजभवन में हुए कार्यक्रम में राज्यपाल राम नाईक ने सभी मंत्रियों को शपथ दिलाई। इस दौरान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और सपा प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव मौजूद रहे।