रायबरेली, उत्तर प्रदेश के रायबरेली के बछरांवा इलाके में मंदिरों के घण्टों की चोरी करने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए पुलिस ने चोरी के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से कई लाख अनुमानित कीमत के चोरी के घण्टें भी बरामद किये हैं।
अपर पुलिस अधीक्षक नवीन कुमार सिंह ने शनिवार को बताया कि बछरांवा पुलिस दल ने मंदिरों के घण्टे चोरी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए उस गिरोह के तीन चोरी के आरोपी संतोष उसकी पत्नी श्रीकांति और चोरी का सामान खरीदने वाले बर्तनों के बड़े दुकानदार रमाकान्त को गिरफ्तार किया है। चोरी के आरोपियों के पास से 53 छोटे बड़े करीब 55 किलो के घण्टे बरामद किए हैं। बताया गया कि चोरी के इन घण्टो की अनुमानित कीमत करीब साढ़े छह लाख होनी चाहिये।
बताया गया कि हाल ही में पिछले 15 – 20 दिनों से बछरांवा इलाके के छोटे बड़े मंदिरों से घण्टो की चोरी का सिलसिला जो शुरू हुआ जो थमने का नाम ही नहीं ले रहा था। पुलिस को बराबर मंदिरों से घण्टा चोरी की सूचनाएं मिल रही थी। इस पर कार्रवाई करने के लिए बछरांवा पुलिस के थानाध्यक्ष विजेंद्र शर्मा ने अपने मुखबिर तैनात कर दिए। एक सीसीटीवी फुटेज में चोरी के आरोपी की क्लिप मिल गयी। उसी के आधार पर पुलिस के हत्थे इस गिरोह के सभी लोग चढ़ गए।
पुलिस ने बताया कि आरोपी संतोष नई साईकल से अपनी पत्नी के साथ मिल कर चोरी की घटना को अंजाम देता था। यह चोरी का आरोपी दंपति मंदिरों से घण्टे ही चोरी करता था और फिर उसे बाज़ार में बेच देता था। चोरी के दौरान नई साईकल के प्रयोग से एक तो आवाज नही होती थी दूसरे किसी को शक भी नही होता था। एक एक करके इन लोगो ने कई मंदिरों को अपना निशाना बनाया। लेकिन जरा सी चूक से यह लोग पुलिस के चंगुल में फंस गए। पुलिस ने जब संतोष को हिरासत में लिया तो उसने चोरी का सामान खरीदने वाले रमाकान्त का नाम बता दिया। इस कारण रमाकांत भी पुलिस की चपेट में आ गया। यह सभी लोग बछरांवा के रहने वाले बताए जाते हैं।
थानाध्यक्ष ने बताया कि बरामद किए गए छोटे बड़े 53 चोरी के घण्टो की अनुमानित कीमत करीब साढ़े छह लाख रुपए होनी चाहिए। चोरी के आरोपियों के पास से चोरी करने में मदद करने वाले अन्य औजार भी बरामद हुए। पुलिस ने इन सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।