वह यहीं नहीं रुके। उन्होंने साईं पूजा को महाराष्ट्र में सूखे का जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि जो पूज्य देवता हैं उनका अपमान किया जा रहा है। साईं की बड़ी मूर्ति बनाकर हनुमान जी को उनके चरणों में रखा गया।
शंकराचार्य का यह बयान शनि मंदिर में महिलाओं के प्रवेश की छूट मिलने के दो दिन बाद आया है। महाराष्ट्र के शनि शिंगणापुर मंदिर में सालों पुरानी परंपरा टूट गई। यहां स्थित चबूतरे पर महिलाओं को भी पूजा करने की इजाजत मिल गई।
शुक्रवार को यहां करीब 100 पुरुषों ने जबरन पूजा की थी। वह एक-एक कर चबूतरे पर पहुंचे और उन्होंने शिला को नहलाया। पुरुषों का यह शिला पूजन महाराष्ट्र सरकार के आदेश के खिलाफ था। इस घटना के बाद मंदिर के ट्रस्ट ने फैसला लिया कि महिलाओं को भी इस चबूतरे पर पूजा करने की इजाजत होगी। इससे पहले आदेश आया था कि यहां न महिलाएं पूजा करेंगी न ही पुरुष।