नई दिल्ली, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि पीएम मोदी के चुनावी रथ को 2019 में भी हराना मुश्किल रहेगा। अंग्रेजी अखबार द टेलीग्राफ को दिए एक इंटरव्यू के दौरान उमर अब्दुल्ला ने कहा, लोग एक विकल्प चाहते हैं, लेकिन हम उन्हें यह विकल्प नहीं दे पा रहे हैं। कांग्रेस के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस को एक सख्त सर्जरी की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, मोदी मुकाबला करने के लिए हर स्तर पर मुकाबला करना होगा। मोदी को हराना आसान नहीं है।
उन्होंने कहा कि आपको एक दिन जगना होगा और निर्णय करना होगा कि उन्हें हराना है। मोदी को हराने के लिए बहुत प्लानिंग करनी होगी जो अभी दिख नहीं है। केंद्र सरकार की विचारधारा का संपूर्ण विपक्ष द्वारा विरोध करने के एक सवाल के जवाब में उमर ने कहा कि हम वहां एक छोटा हिस्सा हैं, लेकिन मुझे ज्यादा खुशी होगी यदि दिल्ली के लिए बेहतर विकल्प का निर्माण होता है। लेकिन यह इसके लिए एक बड़ी ताकत की जरूरत है जो दुर्भाग्य से अभी कहीं नहीं दिखाई दे रही है। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय समूहों का एक साथ आने वाला अनुभव देश के साथ अच्छा नहीं रहा है।
उमर ने कहा कि देश को एक विकल्प की तलाश है। आज देश की जनता के सामने मोदी के अलावा कोई विकल्प नहीं। इस देश में ऐसा वर्ग ऐसा है जो विकल्प चाहता है लेकिन हम उन्हें तत्काल यह विकल्प नहीं दे नहीं पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी अपने आप में ऐसी शख्सियत है कि उनसे किसी भी रूप में मुकाबला करना मुश्किल है। चाहे वो जनता की राय को लामबंद करने में उनकी क्षमता के संदर्भ में हो या फिर सुर्खियों में बने रहने की उनकी क्षमता। भाजपा के पास एक चुनावी मशीन है। हालांकि यह नीति हमेशा कार्य नहीं करेगी लेकिन वो जानते हैं कि कैसे इसका उपयोग करना है।
कांग्रेस के बारे में बोलते हुए उमर ने कहा कि कांग्रेस को ड्राइंग बोर्ड से बाहर निकलना चाहिए। उन्होंने कहा, मैं एक ऐसी पार्टी में कार्य कर रहा हूं जो दशकों पुरानी है और मुझे पता है कि बदलाव आसानी से नहीं होते हैं। कांग्रेस पार्टी को बदलना होगा। उन्होंने कहा कांग्रेस की संसद में ऐसे हालात कभी नहीं रहे। राहुल गांधी को आगे बढ़कर जिम्मेदारी लेनी चाहिए। गौरतलब है कि कुछ समय पहले भी उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि यह राहुल गांधी का कांग्रेस का अध्यक्ष बनना चाहिए। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस में नए जोश के लिए राहुल को पूरी ताकत के साथ मैदान में उतरना होगा और राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने से कांग्रेस में बदलाव दिखेगा।