मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण मुद्दे पर हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही एक बजे तक स्थगित

नयी दिल्ली, बिहार में चल रही मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्ष के हंगामे के कारण सोमवार को लोक सभा की कार्यवाही अपराह्न एक बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी।
एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे सदन जैसे ही समवेत हुआ, कांग्रेस, समाजवादी, द्रमुक के सदस्य और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनीवाल तथा आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर एसआईआर पर चर्चा की मांग करते हुये शोरशराबा करने लगे। कुछ विपक्षी सदस्य तख्तियां भी लिए हुये थे, जिन पर एसआईआर के विरोध में नारे लिखे हुये थे। हंगामे के बीच ही पीठासीन अधिकारी कृष्ण प्रसाद तेन्नेटी ने विधायी दस्तावेज पटल पर रखवाये।
इस बीच शोरशराबा बढ़ता ही गया और कई विपक्षी सदस्य एसआईआर पर चर्चा की मांग करते हुये सदन के बीचोबीच आ गये।
हंगामा बढ़ने पर आसन पर अध्यक्ष ओम बिरला आ गये और उन्होंने इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुये हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों से कहा कि यह सदन है और उनका यह तरीका ठीक नहीं है। वे सदन के बीचो-बीच आकर किसी भी विषय पर चर्चा की मांग करने लगेंगे, तो चर्चा नहीं होने लगेगी। सदन की कार्यवाही नियम-प्रक्रिया से चलती है। कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में जिन विषयों पर चर्चा की सहमति बनती है, उन पर चर्चा होती है।
श्री बिरला ने कहा कि विपक्षी सदस्य ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग कर रहे थे, अब जब इस पर चर्चा शुरू होनी है, तो वे हंगामा कर रहे हैं। उन्होंने विपक्षी सदस्यों से पूछा, “ आप ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा नहीं चाहते’? ”
अध्यक्ष ने हंगामा कर रहे सदस्यों पर उनकी बात कोई असर न देखकर कार्यवाही अपराह्न एक बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों के सदस्यों के एसआईआर प्रक्रिया को रोकने की मांग को लेकर किये गये हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी थी।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही श्री बिरला ने प्रश्न काल के लिए भारतीय जनता पार्टी के दुष्यंत गौतम का नाम जैसे ही पुकारा, विपक्षी सदस्य हाथों में तख्तियां लिए सदन के बीचो-बीच आ गये और नारेबाजी करने लगे। अध्यक्ष ने हंगामे के दौरान ही सदन को चलाने की कोशिश की और केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने एक पूरक प्रश्न के जवाब में कहा कि पर्यटन के क्षेत्र का तेजी के साथ विकास हो रहा है और आने वाले दिनों में पर्यटन क्षेत्र कृषि के बाद सबसे अधिक रोजगार देने वाला क्षेत्र बनेगा।
हंगामा बढ़ता देख श्री बिरला ने कहा कि पिछले एक सप्ताह से विपक्षी सदस्य सदन की कार्यवाही इसलिए बाधित कर रहे थे कि वे ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा करना चाहते थे। अब जब सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा कराने पर सहमति हो गयी है तो फिर सदन की कार्यवाही क्यों बाधित की जा रही है। उन्होंने कहा, “देश आपसे जानना चाह रहा है कि आप आज प्रश्न काल क्यों स्थगित करा रहे हैं। प्रश्न काल बहुत महत्वपूर्ण समय होता है, सरकार की जवाबदेही तय करने का समय होता है, आपका अपना समय होता है।”
उन्होंने कहा, “ एक तरफ तो आप सदन चलाने की बात करते हैं और दूसरी तरफ नियोजित रूप से आप प्रश्न काल को बाधित करते हैं। आपको देश को जवाब देना होगा कि आप ऐसा क्यों कर रहे हैं। आप लोग नियोजित तरीके से सदन की कार्यवाही को स्थगित कर सदन की गरिमा गिरा रहे हैं।”
अध्यक्ष के सदन चलने देने का आग्रह किये जाने के बावजूद हंगामा नहीं रुका, तो उन्होंने कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।