भोपाल, मध्यप्रदेश में पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि का क्रम जारी है और 675 नए प्रकरण सामने आने के बाद सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 4512 हो गयी है।
राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से मुहैया करायी गयी जानकारी के अनुसार लगभग साढ़े करोड़ की आबादी वाले इस प्रदेश में कल तक 14,72,842 लोगों को कोरोना वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है। अब लोगों में वैक्सीन लगवाने के प्रति उत्साह में वृद्धि भी देखी जा रही है।
राज्य में सबसे अधिक प्रभावित इंदौर जिले में 1,47,285 नागरिक और भोपाल जिले में 1,13,312 नागरिक कोरोना वैक्सीन की खुराक ले चुके हैं। हालाकि अब सभी 52 जिलों में लोगों में वैक्सीन लगवाने के प्रति उत्साह देखा जा रहा है।
वैक्सीन लगवाने का कार्य 16 जनवरी को प्रारंभ हुआ था और दो माह के दौरान वैक्सीनेशन केंद्रों में भी वृद्धि के प्रयास किए जा रहे हैं।
इस बीच कल लगभग 16 हजार सैंपल की जांच में 675 व्यक्ति संक्रमित मिले और संक्रमण की दर बढ़कर 4़ 2 प्रतिशत तक पहुंच गयी है। पिछले माह यह दर दो प्रतिशत के अंदर आ गयी थी। इंदौर जिले में 247 और भोपाल जिले में 118 नए मामले सामने आए हैं और इनकी कुल संख्या बढ़कर क्रमश: 61,889 और 45,197 हो गयी है। अब इन जिलों में एक्टिव केस क्रमश: 1578 और 817 है। कल इंदौर में 196 और भोपाल में 107 व्यक्ति स्वस्थ हुए, जो नए मामलों की तुलना में कम है।
राज्य में कुल 52 में से लगभग दस जिलों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं। इन जिलों में भोपाल, इंदौर के अलावा जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, रतलाम, बैतूल, नीमच, सीहोर, बुरहानपुर, दमोह और सीघी आदि शामिल हैं। राज्य सरकार पूरे प्रदेश में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन की मदद से पूरे प्रयास कर रही है।
राज्य में कोरोना संक्रमण का पहला मामला एक वर्ष पहले 20 मार्च को जबलपुर जिले में सामने आया था। इसके बाद यह सभी जिलों में फैल गया था। जनवरी और फरवरी माह में कोरोना संक्रमण के मामलों में कुछ कमी देखी गयी थी, लेकिन अब मार्च माह में इनमें लगातार वृद्धि देखी जा रही है। कोरोना के कारण अब तक 3885 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।