मुंबई, विश्व बाजार की गिरावट के बीच स्थानीय स्तर पर देश में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) संक्रमण मामले की पुष्टि होने से सहमे निवेशकों की चौतरफा बिकवाली से बीते सप्ताह करीब ढाई प्रतिशत लुढ़के घरेलू शेयर बाजार की अगले सप्ताह चाल पिछले वर्ष दिसंबर के थोक एवं खुदरा महंगाई के आंकड़े तथा कंपनियों के तिमाही नतीजे तय करेंगे।
बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1844.2 अंक अर्थात 2.3 प्रतिशत का गोता लगाकर सप्ताहांत पर 77378.91 अंक पर आ गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 573.25 अंक यानी 2.4 प्रतिशत की गिरावट लेकर 23431.50 अंक पर रह गया।
समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई की दिग्गज कंपनियों के मुकाबले मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली अधिक हुई। इससे मिडकैप 2695.19 अंक अर्थात 5.7 प्रतिशत लुढ़ककर सप्ताहांत पर 44240.89 अंक और स्मॉलकैप 3393.87 अंक यानी 6.05 प्रतिशत कमजोर रहकर 52722.34 अंक पर आ गया।
विश्लेषकों के अनुसार, बीते सप्ताह भारत में कई राज्यों में एचएमपीवी सक्रमण के मामलों की पुष्टि ने निवेशकों पर दबाव बनाया, जिससे बाजार में बिकवाली रही। हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प के आक्रामक टैरिफ नीति नहीं अपनाने की उम्मीद में हुई लिवाली ने बाजार को समर्थन दिया। विदेशी संस्थागत निवेशक जनवरी में अबतक बाजार से कुल 21,357.46 करोड़ रुपये निकाल चुके हैं।
घरेलू स्तर पर अगले सप्ताह दिसंबर, 2024 के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित खुदरा महंगाई और थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई के आंकड़े जारी होने वाले हैं। इन आंकड़ों का बाजार पर असर रहेगा।
साथ ही अगले सप्ताह रिलायंस, विप्रो, एचसीएल टेक, इंफोसिस, टेक महिंद्रा, एक्सिस बैंक, सीएट लिमिटेड, एचडीएफसी लाइफ, महाराष्ट्र बैंक और नेल्को जैसी कई दिग्गज कंपनियों के वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही के परिणाम जारी हाेने वाले हैं। अगले सप्ताह बाजार की चाल निर्धारित करने में इन आंकड़ृों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।