नई दिल्ली, 1857 के महान स्वतंत्रता सेनानियों ने जिन्होंने अपने प्राण देश पर न्योछावर कर दिया, उन महान सेनानियों में से एक झांसी की रानी लक्ष्मीबाई रहीं। 18 जून को वह अंग्रेजों से लोहा लेते हुए शहीद हो गई थीं। रानी लक्ष्मीबाई के इस अदम्य साहस और अभूतपूर्व योगदान के लिए देश ने आज उनको याद किया। इस अवसर पर कई नेताओं और देश के कई नेताओं ने उनको नमन किया।
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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष अमित शाह, भाजपा के वरिष्ठ सांसद आर के सिन्हा, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, केन्द्रीय मंत्री महेश शर्मा जैसे कई बड़े नेताओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से विरांगना लक्ष्मीबाई के बलिदान को नमन किया। अमित शाह ने लिखा कि अपने अद्भुत शौर्य और पराक्रम से भारतीय वसुन्धरा को गौरवान्वित करने वाली महान वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस पर विनम्र श्रद्धांजलि।
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वरिष्ठ सांसद आर के सिन्हा ने अपने ट्विटर पर लिखा कि अद्भुत शौर्य और पराक्रम के बल पर भारत माता को गौरवान्वित करने वाली महान वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस पर विनम्र श्रद्धांजलि! वहीं जेपी नड्डा ने लिखा कि रानी लक्ष्मीबाई जी की पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि। उल्लेखनीय है कि लक्ष्मीबाई का जन्म वाराणसी जिले के भदैनी नामक नगर में 19 नवम्बर, 1835 को हुआ था। उनका बचपन का नाम मणिकर्णिका था, परन्तु प्यार से उसे मनु कहा जाता था। मनु की माँ का नाम भागीरथीबाई तथा पिता का नाम मोरोपन्त तांबे था। मोरोपन्त एक मराठी थे और मराठा बाजीराव की सेवा में थे। माता भागीरथीबाई एक सुसंस्कृत, बुद्धिमान एवं धार्मिक महिला थीं।
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