मुंबई, भाजपा और शिवसेना के बीच चल रही जुबानी जंग पर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने शनिवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, उद्धव ठाकरे को एक पत्र राज्यपाल को लिखना चाहिए कि वो अपना समर्थन वापस ले रहे हैं। उन्हें सीधे तौर पर सामने आना चाहिए। इसके साथ ही राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने आगे बात करते हुए इस बात पर जोर देकर कहा कि यदि महाराष्ट्र में शिवसेना भाजपा से अपना समर्थन वापस लेती है, तो अल्पमत में आई फडणवीस सरकार को संकट से उबारने के लिए एनसीपी उनकी मदद नहीं करेगी। उद्धव ने कुछ दिनों पहले कहा था कि उन्हें राकांपा पर भरोसा नहीं है जब वो कहते हैं कि वो भाजपा सरकार का समर्थन नहीं करेंगे।
इसके जवाब में शरद पवार ने कहा कि उनको किसी को भी विश्वास प्रमाण पत्र देने आवश्यकता नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी के नोटबंदी के फैसले की भी तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के फैसले को 100 दिनों से ज्यादा का समय हो चुका है, लेकिन अब भी यह मामला ठंडा होने का नाम ही नहीं ले रहा है। शरद पवार ने कहा कि नोटबंदी के फैसले से छोटे-बड़े हर व्यवसाय पर असर पड़ा है। इधर रोजगार की गति भी कम हो गई है। मोदी सरकार के इस फैसले का सबसे बुरा असर गांवों पर देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा, वो (भाजपा), जिस पारदर्शिता की बात करते हैं, वह मुंबई के तल रहे उनके अभियान में साफ दिखाई दे रहा है। इनके कैंपेन में पानी की तरह पैसा बहाया जा रहा है। बता दें कि मोदी सरकार ने 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी के तहत 500 और 1000 रुपये के मौजूदा नोटों को चलन से बाहर कर दिया था। इनकी जगह 500 और 2000 रुपये के नए नोट आरबीआइ द्वारा जारी किए गए। इसके बाद से सरकार डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए अनेक कदम उठा रही है।