नई दिल्ली, कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर महिलाओं का अपमान करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके कथनों की निंदा करनी चाहिए। योगी आदित्यनाथ की वेबसाइट पर एक लेख डाला गया है जिसमें महिलाओं को आरक्षण और स्वतंत्रता पर टिप्पणियां की गयी है। कांग्रेस के मुताबिक इस लेख में योगी ने महिलाओं की स्वतंत्रता का मुखर विरोध करते हुए उन्हें सदैव पुरुषों के संरक्षण में ही रहने की वकालत की है।यह लेख लगभग 10 साल पहले एक पत्रिका के लिए लिखा गया था।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा है कि योगी आदित्यनाथ का यह लेख महिलाओं की उपेक्षा करता है और भारतीय जनता पार्टी की नारी विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। इस लेख का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि योगी ने शास्त्रों की दुहाई देते हुए महिलाओं को संरक्षण देते रहने की बात कही है। मुख्यमंत्री की नजर में जैसे कल-पुर्जे को खुला छोड़ दिये जाने पर वह अनियंत्रित हो जाता है उसी तरह महिलाओं को भी स्वतंत्र नहीं छोड़ा जा सकता और उसे बचपन में पिता, यौवन में पति और बुढ़ापे में पुत्र का संरक्षण होना चाहिए। सीएम के मुताबिक स्त्री स्वत: मुक्त छोड़ने योग्य नहीं है।
सुरजेवाला ने योगी के इस लेख के उस हिस्से की भी आलोचना की जिसमें कहा गया है कि पुरुषों में स्ति्रयों का गुण होना दैवीय है तो स्ति्रयों में पुरुषों समान गुण होना राक्षसी है। कांगे्रस प्रवक्ता ने सवाल उठाते हुए भाजपा नेतृतव और योगी से पूछा कि क्या महिलाओं के बारे में पार्टी का यही नजरिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के रुप में योगी का यह नजरिया देश की महिलाओं का घोर अपमान ही नहीं है बल्कि हजारों सालों से उनकी स्वतंत्रता और शौर्य की विरासत की अनदेखी भी है।
उन्होंने भाजपा से यह स्पष्टीकरण मांगा कि पार्टी यह बताए कि मां दुर्गा, काली, चामुंडा, लक्ष्मी बाई, रजिया सुल्तान से लेकर कैप्टन लक्ष्मी सहगल, इंदिरा गांधी, सोनिया गांधी, सुषमा स्वराज, मायावती, ममता बनर्जी से लेकर करोड़ों ऐसी महिलाओं के गौरवशाली योगदान पर उसके नेतृत्व की सोच भी योगी की तरह है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की स्वतंत्रता पर योगी आदित्यनाथ के विचार आघात करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए और यह लेख वेबसाइट से हटाया जाना चाहिए। सुरजेवाला ने कहा कि मोदी और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह को योगी आदित्यनाथ के कथनों की निंदा करनी चाहिए।