मेलबोर्न, ऑस्ट्रेलिया की स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज़ अलीसा हीली ने बीसीसीआई और पीसीबी के घोषित महिला टी20 प्रतियोगिताओं की घोषणा का स्वागत किया है। उनका यह भी मानना है कि महिला आईपीएल के आने से 10 साल में भारतीय टीम ‘अपराजेय’ बन सकती है। महिला विश्व कप सेमीफ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया को वेस्टइंडीज़ के विरुद्ध एक शतकीय पारी से जीत दिलाने के बाद हीली ने कहा, ‘महिला आईपीएल और महिला पीएसएल जैसे टूर्नामेंट की योजना बहुत अच्छी ख़बर है। यह महिला क्रिकेट के लिए अगला क़दम है और ठीक इसी की ज़रूरत थी।’
‘महिला बीबीएल, किआ सुपर लीग और द हंड्रेड जैसी प्रतियोगिताओं को हमने पूरे विश्व में सफल होते देखा है। ऐसे में महिला आईपीएल का आना और भारत में खेल को बढ़ावा देने का मौक़ा पाना बहुत ज़रूरी है।’ हीली ने कई सालों से महिला आईपीएल का समर्थन किया है। महिला क्रिकेट के कई शीर्ष खिलाड़ियों की तरह उनका मानना रहा है कि भारतीय टीम की प्रगति के लिए आईपीएल जैसी प्रतियोगिता का होना बेहद ज़रूरी है।
हीली आईपीएल के साथ होने वाले महिला चैलेंज के पहले सीज़न में एक प्रदर्शनी मुक़ाबले का हिस्सा थीं और उन्होंने कहा, ‘भारत महिला क्रिकेट में एक विशाल अप्रयुक्त बाज़ार है। उनकी आबादी के साथ 10 साल में यह एक अपारेजय टीम बनने की क़ाबिलियत रखती है। उनको बस एक मंच चाहिए जहां उनके प्रतिभाशाली खिलाड़ी अपने गेम को दिखा सकें।’ हीली और दूसरे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी 2018 में एक वन-ऑफ़ प्रदर्शनी मैच खेलने के बाद से टी20 चैलेंज का हिस्सा नहीं बन पाई हैं। उसके अगले साल बीसीसीआई और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के बीच समझौता नहीं हो पाया था और उसके बाद 2020 में टी20 चैलेंज महिला बीबीएल के साथ ही आयोजित हुआ था। 2021 में इन मैचों का आयोजन नहीं हुआ था।
हीली ने माना कि उनकी उपलब्धता भी शेड्युलिंग पर निर्भर होगी । उन्होंने कहा, ‘मैं दावे से नहीं कह सकती कि आगे बढ़ते हुए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को प्राथमिकता मिल सकती है या घरेलू लीगों को। मैं उत्साहित हूं कि कम से कम ऐसे टूर्नामेंट की बात की जा रही है और उम्मीद है इनका आयोजन भी अब दूर नहीं। अगर किसी को 32-33 साल की ऐसी ओपनर की ज़रूरत है जो स्टंप्स के पीछे बक बक भी कर लेती है तो मैं जरूर उपलब्ध रहूंगी।’