नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नारीशक्ति वंदन अधिनियम को उभरते भारत की लोकतांत्रिक प्रतिबद्धता का प्रतीक करार दिया है और चेताया है कि देश को आगे ले जाने के लिए ऐसे निर्णायक कानून बनाने में सक्षम पूर्ण बहुमत वाली मजबूत सरकार बहुत आवश्यक है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सुबह यहां भाजपा मुख्यालय में आयोजित भाजपा महिला मोर्चा के अभिनंदन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यी बात कही।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सुबह भाजपा मुख्यालय में पहुंचने पर बड़ी संख्या में महिला कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी का फूल बरसा कर भव्य स्वागत किया।
भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वनती श्रीनिवासन ने प्रधानमंत्री की अगवानी की। पार्टी मुख्यालय मेें केन्द्रीय मंत्रिमंडल की सभी महिला मंत्री और पार्टी की सभी महिला सांसद भी उपस्थित थीं। कार्यक्रम में महिला कार्यकर्ताओं ने श्री मोदी को एक बड़ी सी माला पहना कर उनका अभिनंदन किया। मंच पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी भी मौजूद थीं।
प्रधानमंत्री ने नारी शक्ति वंदन-अभिनंदन कार्यक्रम में उपस्थित महिला वृंद को संबोधित करते महिला आरक्षण विधेयक के सर्वसम्मति से पारित होने को एक ऐतिहासिक क्षण बताया और कहा कि यह देश के लिए एक विशेष क्षण, भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए एक विशेष दिन है।
उन्होंने कहा, “मैं आज देश की हर माता को, बहन को, बेटी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। कल और परसो हम सबने एक नया इतिहास बनते देखा है और हम सबका सौभाग्य है कि ये इतिहास बनाने का अवसर कोटि-कोटि जनों ने हमें दिया है। आने वाली अनेकों पीढ़ियों तक इस निर्णय और इस दिवस की चर्चा होगी। मैं पूरे देश को ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ संसद के दोनों सदनों में भारी बहुमत से पारित होने की बहुत बहुत बधाई देता हूं।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, “कभी-कभी किसी निर्णय में देश के भाग्य को बदलने की क्षमता होती है। आज हम सभी ऐसे ही एक निर्णय के साक्षी बने हैं। ….संसद के दोनों सदनों द्वारा ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ रिकॉर्ड मतों से पारित किया जा चुका है। जिस बात का देश को पिछले कई दशकों से इंतजार था, वो सपना अब सच हुआ है। आज हर नारी का आत्मविश्वास आसमान छू रहा है। पूरे देश की माताएं, बहनें और बेटियां आज खुशी मना रही हैं, हम सबको आशीर्वाद दे रही हैं।”
उन्होंने कहा, “कोटि-कोटि माताओं, बहनों के सपने को पूरा करने का सौभाग्य हमारी भाजपा सरकार को मिला है। इसलिए राष्ट्र को सर्वप्रथम मानने वाली पार्टी के रूप में, भाजपा कार्यकर्ता के रूप में, एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में ये हमारे लिए गर्व का विषय है।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस बात पर ज़ोर दिया कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम कोई सामान्य कानून नहीं है। ये नए भारत की नई लोकतांत्रिक प्रतिबद्धता का उद्घोष है। ये अमृतकाल में सबका प्रयास से विकसित भारत के निर्माण की तरफ बढ़ा कदम है। लोकतंत्र में महिलाओं की भागीदारी के लिए, इस कानून के लिए तीन दशक से प्रयास कर रही थी। ये हमारी प्रतिबद्धता थी। इसे हमने पूरा करके दिखाया है।
उन्होंने कहा कि यह कानून उभरते भारत की नवीकृत लोकतांत्रिक प्रतिबद्धता का प्रतीक है। यह महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास के एक नए युग की शुरुआत करने की उनकी प्रतिबद्धता का एक ठोस प्रमाण है, जिसका लक्ष्य महिलाओं के जीवन स्तर और जीवन की समग्र गुणवत्ता को बढ़ाना है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “भारत को विकसित बनाने के लिए, आज भारत नारी शक्ति को खुला आसमान दे रहा है। आज देश, माताओं-बहनों-बेटियों के सामने आने वाली हर अड़चन को दूर कर रहा है। बीते नौ वर्षों में हमने माताओं-बहनों से जुड़ी हर बंदिश को तोड़ने का प्रयास किया है। हमारी सरकार ने एक के बाद एक ऐसी योजनाएं बनाई, ऐसे कार्यक्रम शुरू किए हैं, जिससे हमारी बहनों को सम्मान, सुविधा, सुरक्षा और समृद्धि का जीवन मिले।”
महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए अपनी सरकार द्वारा की गई विभिन्न पहलों पर प्रकाश डालते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, “हमारी सरकार ने हमारी बहनों के जीवन को बेहतर बनाने, उन्हें सम्मान, सुविधा, सुरक्षा और समृद्धि प्रदान करने के लिए लगातार योजनाएं शुरू की हैं और कार्यक्रम शुरू किए हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि गर्भवती महिलाओं को लाभ मिले। हमने पौष्टिक भोजन के लिए मातृ वंदना योजना शुरू की, महिलाओं के बैंक खातों में सीधे धनराशि जमा की।” उन्होंने कहा, “अपनी बेटियों की शिक्षा का समर्थन करने के लिए, हमने सुकन्या समृद्धि योजना में ब्याज दर बढ़ा दी है। हमने खाना पकाने की कठिनाई को खत्म करने के लिए उज्ज्वला गैस कनेक्शन प्रदान किए। साथ ही, पानी लाने के बोझ को कम करने के लिए, हमने हर घर में पाइप से पानी पहुंचाने की योजना शुरू की।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, “हमारी बेटियों को अंधेरे में न रहना पड़े, यह सुनिश्चित करने के लिए हमने सौभाग्य योजना के माध्यम से मुफ्त बिजली कनेक्शन दिया। हमने उन्हें आयुष्मान भारत के माध्यम से 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज भी प्रदान किया। घर की संपत्ति पर बेटियों का अधिकार हो, इसके लिए हमने पीएम आवास योजना के घर उनके नाम किए हैं। इस साल, लाल किले से, मैंने देश में 2 करोड़ लखपति दीदी बनाने और स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को ड्रोन प्रदान करने की योजना की भी घोषणा की है, ”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यह भी याद दिलाया कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम का संसद दोनों सदनों से पारित होना, इस बात का भी साक्षी है कि जब पूर्ण बहुमत वाली स्थिर सरकार होती है, तो देश कैसे बड़े फैसले लेता है, बड़े पड़ावों को पार करता है। पूर्ण बहुमत वाली स्थिर सरकार है तो ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ एक सच्चाई बन गया है। उन्होंने कहा, “महिला आरक्षण के प्रयास दशकों तक चले, लेकिन इसे हकीकत किसने बनाया? मोदी ने नहीं, बल्कि आपने, उन करोड़ों लोगों ने, जिन्होंने पूर्ण बहुमत के साथ एक स्थिर सरकार बनाई।” उन्होंने कहा, “इस कानून ने फिर साबित किया है कि देश को आगे ले जाने के लिए पूर्ण बहुमत वाली मजबूत और निर्णायक सरकार बहुत आवश्यक है।”
विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा, “भाजपा ने तीन दशकों में लोकतंत्र में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी के लिए इस कानून का अथक प्रयास किया। यह एक गंभीर प्रतिबद्धता थी, और हमने अब इसे पूरा कर लिया है। कई लंबे समय के बावजूद- रास्ते में आने वाली बाधाओं, दशकों पुरानी चुनौतियों सहित, हमारे अटूट समर्पण और पारदर्शी प्रयासों के परिणाम मिले हैं। यह एक उल्लेखनीय उपलब्धि है कि इस कानून को सदन में इतना व्यापक समर्थन मिला।”
उन्होंने कहा, “हमने हर स्तर पर महिलाओं के सर्वोत्तम हित में फैसलों को प्राथमिकता दी, राजनीतिक हितों को महिला आरक्षण में बाधा बनने से रोका। अतीत में, जब भी यह विधेयक संसद में पेश किया जाता था तो अक्सर हंगामे का सामना करना पड़ता था।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन उदाहरणों का जिक्र किया जहां महिलाओं के नेतृत्व और उनकी क्षमताओं से ठोस परिणाम मिले। उन्होंने गुजरात में समरस ग्राम पंचायत का उदाहरण दिया, जहां महिला नेताओं ने गांव के भीतर सकारात्मक बदलाव लाया। उन्होंने टिप्पणी की, “आप हर जगह महिलाओं के बीच सकारात्मक परिवर्तन और संसाधन अनुकूलन की दृष्टि के प्रति इस झुकाव को देख सकते हैं।” उन्होंने मध्य प्रदेश के शहडोल की एक घटना का जिक्र किया, जहां उनकी मुलाकात उन आदिवासी महिलाओं से हुई जो लखपति दीदी बन गईं।
उन्होंने कहा, ”आज परिवार से लेकर पंचायत तक, अर्थव्यवस्था से लेकर शिक्षा और उद्यमिता तक हमारी बहनें और बेटियां हर क्षेत्र में अभूतपूर्व काम कर रही हैं। भारत को चाँद तक ले जाने में भी महिलाओं ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई है।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, ”नए और आधुनिक संसद भवन के उद्घाटन के साथ-साथ इसमें आधी आबादी का प्रतिनिधित्व बढ़ने से नई व्यवस्थाएं और नवीन एवं रचनात्मक संसदीय परंपराएँ स्थापित का मार्ग प्रशस्त होगा। मुझे विश्वास है कि हमारे देश की नारी शक्ति भी ऐसा करेगी।”