भोपाल, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भोपाल हाट में ‘हुनर हाट’ का शुभारंभ किया और कहा प्रदेश के स्व-सहायता समूहों द्वारा उत्पादित सामग्री गुणवत्ता के साथ हर दृष्टि से बहुत अच्छी है। इसकी मार्केटिंग और ब्रांडिंग के प्रयास किये जायेंगे।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार भोपाल हाट में ‘हुनर हाट’ के शुभारंभ मौके पर मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह और संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर भी उपस्थित थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य शासन इनके उत्पादों को ‘लोकल टू वोकल’ बनाने के लिये प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा बेटियाँ किसी से कम नहीं है, वे स्वयं समाज की सुरक्षा करते हुए न्याय की लड़ाई लड़ सकती हैं।
श्री चौहान ने बालिकाओं की सुरक्षा के लिये ‘अपराजिता’ कार्यक्रम का शुभारंभ भी भोपाल हाट में किया। इसमें प्रदेश के सभी जिलों से 23 हजार बालिकाओं को 15 से 21 दिन का मार्शल आर्ट प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान उत्कृष्टतम प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं का भोपाल में पुन: उच्च स्तरीय प्रशिक्षण होगा। इस अवसर पर भोपाल के मार्शल आर्ट प्रतिभागियों ने कला का प्रदर्शन भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हर क्षेत्र में महिलाएं सफलतापूर्वक आगे आ रही हैं। उन्होंने मोटे और पौष्टिक अनाज कोदो पर आधारित व्यंजनों के ‘अनदाई’ पोर्टल, ‘अनदाई’ पुस्तक और वन स्टॉप सेंटर पुस्तिका का विमोचन किया। मुख्यमंत्री, उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सिंह और संस्कृति मंत्री सुश्री ठाकुर ने ‘अनदाई’ (डिंडौरी) की महिलाओं द्वारा कोदो से तैयार डोसा, इडली, मूज, खिचड़ी, रोल और बिस्किट आदि व्यंजनों का आस्वादन कर भूरी-भूरी प्रशंसा की। मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं और प्रशिक्षक से चर्चा कर व्यंजनों की तारीफ की।
श्री चौहान ने कहा कि कोदो के व्यंजन अद्भुत, पौष्टिक और स्वादिष्ट भी हैं। उन्होंने प्रदेश के लोगों से इन स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठाने की अपील भी की। उन्होंने सेंट्रल बैंक, स्टेट बैंक, एचडीएफसी, पंजाब एण्ड सिंध बैंक सहित अन्य बैंकों के स्टॉल पर विभिन्न हितग्राहियों को प्रतीक स्वरूप चेक भी भेंट किये। इनमें से किसी ने स्व-रोजगार स्थापना, किसी ने पढ़ाई और किसी ने सब्जी ठेला लगाने के लिये ऋण लिया।
मुख्यमंत्री ने पत्नी श्रीमती सिंह के साथ सभी स्टॉल पर जाकर अवलोकन किया और खरीददारी भी की। मुख्यमंत्री ने समूहों द्वारा तैयार किये गये फैशन ज्वैलरी देखी और उत्पाद की बिक्री के संबंध में जानकारी भी ली।
श्री चौहान ने बीना से भोपाल लगभग 185 किलोमीटर सायकल चलाकर आईं काजल, आस्था और संजना की प्रशंसा की और उन्हें जीवन में नये कीर्तिमान स्थापित करने की शुभकामनाएँ दी। बालिकाओं की उम्र 15 से 16 वर्ष है और वे कक्षा 11वीं एवं 12वीं की छात्रा हैं। श्री चौहान ने डिंडौरी जिले के स्व-सहायता समूह के स्टॉल पर परंपरागत हाथ चक्की से कोदो पीसा, मूसल से कोदो कूटा और श्रीमती सिंह ने सूप से फटका। स्व-सहायता की महिलाओं ने बताया कि कोदो के आटे से बिस्किट तैयार करते हैं, जो रोज 100 से 150 किलो तक बिक भी जाते हैं।
श्रीमती सिंह ने लॉकडाउन के दौरान बड़े स्तर पर मास्क बनाने वाले उमरिया जिले के स्व-सहायता समूह की तारीफ भी की। श्री चौहान ने तान्या शर्मा, सोभी जैन, साक्षी पंडोले, आन्या केकरे और तनिष्क सिंह राठौर को बालश्री अवार्ड से सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने आज सुबह हुए साइक्लोथान में क्रमश: प्रथम से पंचम स्थान प्राप्त ममता मिश्रा, प्रीति मेघवानी, राशि, बिंदिया और आद्या सिंह को भी सम्मानित किया।
हुनर-हाट में भोपाल की बालिका शीतल गुप्ता ने अपने हाथ से जलरंगों से बनाया मुख्यमंत्री का पॉट्रेट श्री चौहान को भेंट किया। शीतल ने बताया कि उसने यह पॉट्रेट मुख्यमंत्री के जन्म-दिन पर बनाया है। मुख्यमंत्री ने बालिका शीतल के हुनर की तारीफ की। कार्यक्रम में जवाहर बाल भवन के बच्चों ने देशभक्ति पर आधारित नृत्य नाटिका प्रस्तुत की। अपर मुख्य सचिव ग्रामीण विकास मनोज श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव, महिला एवं बाल विकास अशोक शाह, संचालक स्वाति मीना नायक, आयुक्त जनसम्पर्क डॉ सुदाम खाड़े और आजीविका मिशन संचालक एल एम बेलवाल सहित बड़ी संख्या में नागरिक एवं महिलाएँ उपस्थित थीं।
हुनर-हाट में प्रदेश के 38 जिलों के स्व-सहायता समूहों ने 71 स्टॉल लगाये हैं। हस्त शिल्प, हैंडलूम, खाद्य सामग्री और कोदो व्यंजन का स्टॉल ‘अनदाई’ आज से ही बहुत लोकप्रिय हो रहे हैं। तेजस्वनी कार्यक्रम, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन एवं शहरी आजीविका मिशन के गठित महिला स्व-सहायता समूहों ने हुनर हाट में भाग लिया है। कोदो कुटकी से निर्मित व्यंजनों का लाइट फूड कार्नर हुनर हाट में आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है।