प्रयागराज, महाशिवरात्रि में आखिरी स्नान पर्व के साथ प्रयागराज के संगम तट पर लगे माघ मेले का समापन शनिवार को हो गया है। 44 दिनों तक त्रिवेणी के तट पर लगे इस माघ मेले में इस साल नौ करोड़ से अधिक श्रद्धालु पहुंचे हैं जो माघ मेले का अब तक का रिकॉर्ड है ।
आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को बताया कि योगी सरकार ने इस साल संगम किनारे आयोजित किये गए आस्था के सबसे बड़ा सालाना धार्मिक और सांस्कृतिक समागम माघ मेले को प्रयागराज महाकुम्भ 2025 के रिहर्सल के तौर पर आयोजित करने का निर्णय लिया था । इस आयोजन को भव्य बनाने के लिए सरकार ने अब तक का माघ मेले का सबसे बड़ा बजट भी आवंटित किया। मुख्यमंत्री खुद इस आयोजन की मॉनिटरिंग करते रहे । सरकार का यह प्रयास सफल भी रहा है ।
माघ मेला पुलिस प्रभारी राजीव नारायण मिश्रा के मुताबिक़ इस बार के माघ मेले में नौ करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई है । माघ मेले में अब तक दर्ज की गई श्रद्धालुओं की यह सबसे बड़ी संख्या है जो अपने आप में एक कीर्तिमान है। इसके पहले माघ मेला 2021- 22 में 4 करोड़ 30 लाख श्रद्धालु पूरे माघ मेले में पहुचे थे। प्रदेश सरकार द्वारा पहली बार माघ मेला के आयोजन में किए गए कई प्रयोग ,सुरक्षा और स्वच्छता की व्यवस्था इसकी वजह बतायी जा रही है ।
संगम किनारे एक महीने 14 दिन तक चले इस आयोजन में करोड़ों की संख्या में आए श्रद्धालुओं की वजह से माघ मेले में इस साल बड़ा कारोबार हुआ है। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स( कैट )के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र गोयल के मुताबिक इस बार के माघ मेले में लगभग 156 करोड़ का व्यापार हुआ है । इसके अलावा प्रयागराज के माघ मेले की वजह से वाराणसी अयोध्या और विंध्याचल जैसे तीर्थों में भी तीर्थ स्थल के आसपास के इलाकों में कारोबार की स्थिति मजबूत हुई है।
श्री गोयल ने बताया कि माघ मेला के इस 44 दिवसीय आयोजन में दो लाख से अधिक लोगों को अस्थाई रोजगार मिला है जो अपने आप में बड़ी उपलब्धि है।