मायावती ने नए साल की शुभकामनाएं देने के बहाने भाजपा और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा. मायावती ने कहा कि कुदरत इन दोनों को नववर्ष में जनविरोधी नीतियों को लागू ना करने के लिए ‘सद्बुद्धि’ दे.
मायावती ने जारी एक बयान में नोटबंदी और जीएसटी का जिक्र करते हुए एफआरडीआई का उल्लेख किया और कहा कि क़ुदरत से यही प्रार्थना है कि वह भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को इतनी सद्बुद्धि ज़रूर दे कि वे नए वर्ष 2018 में अपनी घोर जनविरोधी सोच और नीतियों को लागू करने से बचें.
बसपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली ‘अहंकारी’और ‘निरंकुश’ सरकार ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के कारण नोटबन्दी कर पहले तो देश को ‘आर्थिक आपातकाल’जैसी स्थिति में डालकर परेशान किया और अब यह आशंका सभी देशवासियों को परेशान कर रही है कि बैंकों में रखा उनकी अपनी मेहनत की कमाई का धन भी उनका नहीं रह जाएगा.
उन्होंने कहा कि बैंकों में जमा धन के प्रति अपनी जिम्मेदारी और जवाबदेही से भागने के लिए मोदी सरकार बहुत जल्द नया कानून बनाने जा रही है. ऐसी स्थिति में नया वर्ष देश की सवा सौ करोड़ जनता के लिए कितना संकट भरा और तनावपूर्ण गुजरेगा इसका सहज अनुमान लगाया जा सकता है.
मायावती ने कहा कि वर्ष 2016 की तरह 2017 भी देश-प्रदेश की 90 प्रतिशत से अधिक ईमानदार एवं मेहनतकश आम जनता के लिए गहरे आर्थिक संकट और मुसीबतों के पहाड़ जैसा गुजरा है. उसके मद्देनज़र क़ुदरत से यह विशेष प्रार्थना है कि कल से शुरू होने वाला नया वर्ष सुकून, शान्ति तथा नई उम्मीदों वाला साबित हो.