बलिया, बसपा मुखिया मायावती पर अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में भाजपा से छह वर्ष के लिए निष्कासित दयाशंकर सिंह ने पलटवार करते हुए कहा है कि मायावती ने राज्यसभा में कल अपने भाषण के जरिए महिलाओं का अपमान किया है। सिंह ने कहा कि वह बसपा मुखिया के बारे में दिए गए बयान को लेकर माफी मांग चुके हैं, लेकिन मायावती ने कल राज्यसभा में जिस तरह उनकी मां, बहन और बेटी को लेकर बयान दिया है, उस तरह उन्होंने भी महिलाओं का अपमान किया है। यह पूछे जाने पर कि क्या वह राज्यसभा में दिए गए बयान को लेकर बसपा मुखिया के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे, सिंह ने कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। मायावती पर टिप्पणी के बाद भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष पद से हटाये गये सिंह ने कहा कि भाजपा से निष्कासन का फैसला उन्हें स्वीकार है। अगले कदम के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह राजनेता हैं और सियासत के जरिये जनसेवा करते रहेंगे। सिंह ने कहा कि उन्होंने बसपा मुखिया को सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा है। वह बहुत बड़ी नेता हैं और चार बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। इस बीच, कल रात लखनऊ में अपने विरुद्ध मुकदमा दर्ज होने के बाद दयाशंकर सिंह भूमिगत हो गये हैं। उनका मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ है। पुलिस उपाधीक्षक (नगर) केसी सिंह ने आज बताया कि पुलिस ने कल रात सिंह की गिरफ्तारी के लिये उनके आवास पर दबिश दी थी, लेकिन वह घर पर नहीं मिले। बसपा के आंदोलन को देखते हुए दयाशंकर सिंह के बलिया स्थित निवास पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।