सुल्तानपुर, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने शब्दों की आड़ लेकर एक दूसरे पर जमकर हमला बोला. शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी ने की. जवाब मे, मायावती ने प्रधानमंत्री को दलित विरोधी बताते हुए उनके नाम का नया मतलब बताया.
प्रधानमंत्री मोदी ने आज जालौन की चुनावी रैली में कहा कि अब तो BSP का नाम बदल गया है और ‘बहन जी संपत्ति पार्टी’ हो गया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि शब्द वहीं के वहीं हैं लेकिन मतलब बदल गया है. नोटंबदी के बहाने मोदी ने मायावती को अपने निशाने पर लिया और मोदी ने पूछा, बहनजी ने कहा कि नोटबंदी पर सरकार ने पूरी तैयारी नहीं की. सरकार ने नहीं की थी या आपने नहीं की थी?
पीएम मोदी के इस बयान का जवाब मायावती ने सुल्तानपुर में दिया. मायावती ने प्रधानमंत्री को दलित विरोधी बताते हुए उनके नाम का नया मतलब बताया. मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री का पूरा नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी है. नरेंद्र का मतलब होता है निगेटिव, दामोदर का मतलब होता है दलित और मोदी का मतलब होता है मैन. प्रधानमंत्री के नाम का मतलब हुए ‘निगेटिव दलित मैन’ जिसका अर्थ है कि प्रधानमंत्री दलित विरोधी आदमी हैं. प्रधानमंत्री ने शादी करके अपने पत्नी को छोड़ दिया। यह गलत बात है। भाजपाई जुमलेबाजी में माहिर हैं। बसपा को बहन जी संपत्ति पार्टी कहकर जुमला छोड़ा है। हम स्पष्ट कर दें कि बसपा पार्टी बाद में है पहले वो मूवमेंट है। प्रधानमंत्री द्वारा उरई की सभा में की गई जुमलेबाजी का यही जवाब है। हम भी उनके नाम का मतलब बता देते हैं।
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि कमजोर वर्ग के लोग हमें नेता ही नहीं अपनी धरोहर मानते हैं। हमने कमजोर वर्ग के उत्थान के लिए विवाह नहीं किया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विवाह कर पत्नी को छोड़ दिया। जब यह अपनी पत्नी के नहीं हो सके हैं तो फिर आपके कैसे हो सकते हैं। बसपा के बढ़ते जनाधार से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुखी हैं। अब जनता पीएम के जुमलेबाजी का जवाब देगी, वे जुमलेबाजी करना भूल जाएंगे। अल्पसंख्यक वोट बटे तो भाजपा को फायदा होंगा। भाजपा को रोकने में बसपा ही सक्षम है।
मायावती ने कहा कि मोदी ने ही देश को पीछे ढकेला है। जनता उनकी जिद के कारण ही नोटबंदी से अभी तक नही उबर पाई है। उनके कारण लाखों लोग बेरोजगार हो गए हैं जबकि मोदी ने अपने चेहेतों का कालाधन ठिकाने लगवाया। इसके बाद तो मोदी को विरोधियों को भ्रष्टाचार पर बोलने का नैतिक अधिकार नही है।