नई दिल्ली, मिड डे मील के लिए आधार कार्ड को जरूरी बनाने के केन्द्र के फैसले का विरोध शुरू हो गया है। 2 राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने केन्द्र के इस फैसले की आलोचना करते हुए इसे वापस लेने की मांग की है। ममता बनर्जी ने इस फैसले को काफी चौंकाने वाला बताया है। टीएमसी इस मुद्दे को संसद में उठाने की तैयारी कर रही है।
जहां एक ओर केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि इस फैसले से किसी तरह की कोई समस्या नहीं होगी वहीं दूसरी ओर कांग्रेस और लेफ्ट भी इस मुद्दे पर ममता के साथ दिख रहे हैं। बनर्जी ने एक के बाद एक कई ट्वीट करके केन्द्र के इस फैसले का विरोध करते हुए लिखा कि अब क्या नवजात शिशु को भी आधार कार्ड चाहिए। गरीबों की मदद करने के स्थान पर गरीब, पिछड़े हुए लोग और हमारे प्यारे बच्चों से उनका हक क्यों छीना जा रहा है। आधार के नाम पर गोपनियता नष्ट की जा रही है। यह सरकार इतनी नकारात्मक क्यों है। वहीं केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने कहा है कि जब मिड डे मील स्कीम स्कूल में पढने वाले बच्चों के लिए है तो इसमें पारदर्शिता और कुशलता लाने के लिए आधार की क्या जरूरत है। स्कीम में बदलाव स्कूल जाने वालों बच्चों की संख्या पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा।