मिर्जापुर, केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ देश के विभिन्न इलाकों में चल रहे विरोध प्रदर्शन के स्वर उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर तक पहुंच गये, हालांकि पुलिस की तत्परता से चलते विरोध की आवाज हिंसक रूप धारण नहीं कर पायी।
जिले में पहले से मुस्तैद पुलिस ने शनिवार को विरोध प्रदर्शन हिंसक रूप धारण करता, इसके पहले ही आठ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। अन्य प्रदर्शनकारियों को चिन्हित कर गिरफ्तारी के प्रयास तेज किए गए हैं।
जिले के पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा ने बताया कि मिर्जापुर से एक जनरथ बस कानपुर की ओर जा रही थी, तभी आयुक्त कार्यालय के पास कुछ प्रदर्शनकारियों ने पथराव कर बस को क्षतिग्रस्त कर दिया। हालांकि बस में बैठे यात्रियों को चोटें नहीं आई हैं। उन्होंने बताया कि देश भर में हो रहे प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा संवेदनशील स्थानों पर पहले से ही भारी पुलिस बल के जवानों को तैनात किया गया था। जिसमें रेलवे स्टेशन रोडवेज आदि शामिल थे।
वर्मा ने बताया कि शनिवार को सुबह लगभग 11:00 बजे डगहर की ओर से 50 से अधिक प्रदर्शनकारी, हाथों में लाठी डंडा लेकर रेलवे स्टेशन की ओर बढ़े। इन लोगों ने रास्ते में रोडवेज की एक बस को क्षतिग्रस्त किया। इससे पहले कि वे रेलवे स्टेशन की ओर बढ़ पाते पुलिस ने उन्हें रोक लिया और उन्हें तितर-बितर कर दिया गया। इस दौरान 08 लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। उन्होंने बताया कि इन प्रदर्शनकारियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत कार्रवाई की जा सकती है। साथ ही सार्वजनिक संपत्ति को हुयी क्षति को वसूलने की भी कार्यवाही की जाएगी।
इससे पहले आयुक्त कार्यालय की ओर से कुछ प्रदर्शनकारी रेलवे स्टेशन की ओर बढ़ रहे थे। इससे अफरातफरी मचने के कारण भगदड़ की स्थिति बन गई थी। उत्तेजित उपद्रवियों ने बस को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया। थोड़ी देर की मशक्कत के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को काबू में ले लिया।