गाजियाबाद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करने के लिए भले ही हमने देश में संसदीय लोकतंत्र को अपनाया हो पर न्यायपालिका, कार्यपालिका व विधायिका की भी अपनी लक्ष्मण रेखा है, लेकिन चौथे स्तंभ के रूप में मीडिया की भूमिका को कोई नजरअंदाज नहीं कर सकता है।
एक निजी चैनल का शुभारंभ के मौके पर श्री योगी ने कहा कि लोगों को सही तथ्यों से अवगत कराना, सही जानकारी उपलब्ध करवाना, आवश्यकता पड़ने पर किसी बड़े ऑपरेशन का नेतृत्व करना और अगर लेखनी के माध्यम से किसी का पोस्टमार्टम भी करना है तो मीडिया की भूमिका दिखती है। हमने आजादी के बाद भी अलग-अलग समय, अलग-अलग स्तर पर इसे महसूस किया है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि भारत को लोकतंत्र की जननी के रूप में जाना जाता है। हम सभी दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में रह रहे हैं। ऐतिहासिक व पौराणिक कालखंड में ऐसे अनेक उदाहरण देखने को मिलते हैं, जब आम जनभावनाओं को सर्वोपरि रखकर उस समय की राजसत्ता ने निर्णय लेने में कोई संकोच नहीं किया। जनता को जनार्दन मानकर जब भी शासन सत्ता आगे बढ़ती है तो उसके निर्णय लोकप्रिय, सर्वमान्य व सर्वग्राह्य बनते हैं।
उन्होने कहा कि हमें समय के अनुरूप बदलना और चलना होगा। समाज, युवा, सामान्य गृहस्थ, किसान, आधी आबादी की आवश्यकता क्या है, मीडिया उनके पसंद के अनुरूप जानकारी उपलब्ध करा सके। एक समय था, जब लोग रेडियो, समाचार पत्रों के माध्यम से देश-दुनिया की घटनाओं को देखते थे। बाद में मीडिया में अनेक चैनल आए, जितनी तेजी के साथ प्रचार-प्रसार किया, उतनी तेजी से उनके सामने चुनैतियां भी आईं। इसके बाद सोशल मीडिया समेत अलग-अलग प्लेटफॉर्म भी बन गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस चुनाव में हमने देखा कि डिजिटल व सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म कैसे प्रभावित कर रहे थे। अगले दो-पांच वर्ष में जब हम चुनाव में जाएंगे तो हो सकता है कि प्रिंट व विजुअल मीडिया की भूमिका कुछ गौण हो, डिजिटल मीडिया और प्रभावी हो जाए। इन सबको समाहित करते हुए आज इस चैनल का शुभारंभ हो रहा है। मुझे विश्वास है कि भारत के डीएनए के अनुरूप खबरों को प्रत्येक भारतवासी तक प्रभावी-निष्पक्ष ढंग से पहुंचाने के लिए कलम की ताकत का अहसास कराने में यह मीडिया संस्थान सफल होगा।
इस अवसर पर प्रदेश सरकार के मंत्री जेपीएस राठौर, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. वीके सिंह समेत अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।