नई दिल्ली, भारत में चीनी सामान के विरोध के सुर फिलहाल धीमे पड़ चुके हैं लेकिन भारत में चीनी कंपनियों का जलवा लगातार बढ़ता जा रहा है। चीन की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा मुंबई में अपना कार्यालय स्थापित करने जा रही है। कंपनी का भारत में यह पहला कार्यालय होगा। इसे देखते हुए माना जा रहा है कि नए साल में देश में ई-कॉमर्स बाजार में अपनी पैठ बढ़ाने के लिए कंपनी निवेश में तेजी लाएगी।
बड़े स्तर पर करना पड़ेगा निवेशः अलीबाबा ने भारत की ई-कॉमर्स कंपनियों स्नैपडील और पेटीएम में ऐंट फाइनैंशियल्स के जरिए निवेश किए हैं। हालांकि कंपनी ने भारत में ई-कॉमर्स कारोबार को लेकर अपनी योजनाओं का खुलासा नहीं किया है। अब चूंकि, मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स के प्लेटिना में कार्यालय खोलने से कंपनी संकेत देना चाह रही है कि वह भारतीय बाजार में प्रवेश करने के प्रति गंभीर है। ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए परामर्श सेवा देने वाली कंपनी थर्ड आईसाइट के मुख्य कार्याधिकारी देवांग्शु दत्ता कहते हैं, भारत में कंपनी का जिस तरह कारोबारी तंत्र है उसे देखते हुए कारोबार के लिए यह देश निश्चित तौर पर उनकी पसंद है।
अलीबाबा को बड़े स्तर पर निवेश करना होगा क्योंकि अमेरिकी अमेजॉन यहां खुलकर निवेश कर रही है। 1 करोड़ रुपए से अधिक होगा जगह का किरायाः अलीबाबा भारत में आने वाली महत्त्वूर्ण कंपनियों में एक है। अलीबाबा को बीकेसी में प्रतिस्पर्धी दर पर 3,221 वर्गफुट जगह दी जा रही है। अलीबाबा प्लेटिना बिल्डिंग के मालिक वाधवा ग्रुप को 275 रुपए प्रति वर्गफीट महीने या 1 करोड़ रुपए से अधिक किराया देगी। यहीं अमेजॉन का कार्यालय 30000 वर्गफुट में स्थित है। भारत में कोटक महिंद्रा बैंक, आईडीएफसी बैंक, आदित्य बिड़ला फाइनेंस अलीबाबा के नए पार्टनर हैं।