लखनऊ: 04 जुलाई, 2016, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के स्वस्थ, सशक्त एवं युवा उत्तर प्रदेश के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत आज मध्यान्ह् भोजन योजना के अन्तर्गत प्रदेश भर के विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को फल वितरित किए गए। इसके साथ ही, मध्यान्ह् भोजन योजना के तहत सप्ताह में एक दिन (सोमवार) कक्षा 1 से 8 तक के राजकीय, परिषदीय, सहायतित विद्यालयों एवं मदरसों में छात्र-छात्राओं को ताजे एवं मौसमी फल वितरित करने की शुरुआत हो गई है। इस कार्यक्रम में आज प्रदेश भर के लगभग डेढ़ लाख विद्यालयों में फल वितरित किए गए।
यह जानकारी देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मध्यान्ह् भोजन योजना के तहत मुख्यमंत्री द्वारा छात्र-छात्राओं को अतिरिक्त पोषक तत्व उपलब्ध कराए जाने के उद्देश्य से माह जुलाई से फल वितरित किए जाने के निर्देश दिए गए थे। उन्होंने कहा कि इस महत्वाकांक्षी योजना का संचालन राज्य सरकार अपने स्वयं के संसाधनों से कर रही है। मुख्यमंत्री की इस महत्वाकांक्षी योजना के लिए 200 करोड़ रुपए की व्यवस्था बजट में पहले ही की जा चुकी है, जिसमें से 106.16 करोड़ रुपए की धनराशि पहली किश्त के रूप में विभिन्न जनपदों को भेजी जा चुकी है।
प्रवक्ता ने बताया कि विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को बेहतर स्वास्थ्य के लिए अतिरिक्त पोषक तत्व उपलब्ध कराए जाने के उद्देश्य से सप्ताह में एक दिन प्रत्येक सोमवार को मौसमी एवं ताजे फल वितरित किए जाएंगे। सोमवार को अवकाश होने की दशा में अगले शिक्षण दिवस में फल वितरित किया जाएगा। इस योजना के तहत छात्र-छात्राओं को फल सुबह स्कूल आते ही ‘माॅर्निंग स्नैक’ के रूप में दिया जाएगा, जिससे फल एवं मध्यान्ह् भोजन खाने के बीच में पर्याप्त अन्तराल भी रहे और पठन-पाठन के दौरान छात्र-छात्राओं को वांछित मात्रा में कैलोरी प्राप्त हो सके।
प्रवक्ता ने कहा कि फलों में किसी भी प्रकार के संक्रमण की आशंका के मद्देनजर छात्र-छात्राओं को कटे, बासी एवं खराब फल कदापि नहीं वितरित किए जाएंगे। ग्रीष्म अवकाश के बाद जुलाई के पहले सोमवार को आज प्रदेश भर में छात्र-छात्राओं का स्वागत ताजे और मौसमी फलों के साथ किया गया। इससे छात्र-छात्राओं के चेहरों पर खुशी की लहर दिखाई दी। फलाहार वितरण दिवस के रूप में आयोजित किए जाने वाले आज के कार्यक्रम में प्रदेश भर के सभी जनपदों में जनप्रतिनिधियों, मण्डलायुक्तों, जिलाधिकारियों, मुख्य विकास अधिकारियों, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा छात्र-छात्राओं को ताजे व मौसमी फल वितरित किए गए।