लखनऊ, ई-रिक्शा लाभार्थियों को आवंटन पत्र उपलब्ध कराते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पेटीएम के मालिक द्वारा ट्रैफिक जाम के कारण मुख्यमंत्री आवास पर रिक्शे से पहुंचने की घटना याद आ गई। उनहोने उस घटना का जिक्र इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित निःशुल्क ‘आसरा आवास आवंटन’ एवं ‘समाजवादी ई-रिक्शा योजना’ के तहत ई-रिक्शा वितरण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए किया।
ई-रिक्शा लाभार्थियों को आवंटन पत्र उपलब्ध कराते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने यह योजना किराए पर पैडल रिक्शा लेकर रिक्शा चलाने वालों को हाड़-तोड़ मेहनत से बचाने, उनका आत्मविश्वास और उनकी कमाई बढ़ाने के उद्देश्य से लागू की है। इस योजना के तहत गरीब रिक्शा चालकों को निःशुल्क ई-रिक्शा उपलब्ध कराया जा रहा है। अब वे इसके मालिक हैं और बिना किसी दबाव के अपना काम अपनी सुविधा से कर सकते हैं और अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत बना सकते हैं।
पेटीएम के मालिक द्वारा ट्रैफिक जाम के कारण मुख्यमंत्री आवास पर रिक्शे से पहुंचने की घटना का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि जब उस रिक्शा चालक से यह पूछा गया कि वह रिक्शे का मालिक है अथवा किराए पर लेकर चलाता है तो उसने बताया कि वह किराए पर रिक्शा लेकर चलाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उसे तत्काल एक ई-रिक्शा उपलब्ध कराया गया, जिसे लेकर वह दूसरे जनपद में स्थित अपने गांव चला गया था। उन्होंने बताया कि उस रिक्शा चालक को निःशुल्क आसरा आवास भी सरकार द्वारा आवंटित किया गया है।
उन्होंने कहा कि कहा कि समाजवादी लोग गरीबों और असहायों का पूरा ध्यान रखते हैं। समाजवादियों को गरीबों की बहुत चिन्ता है, इसीलिए प्रदेश में समाजवादी पेंशन योजना, ‘108’ समाजवादी स्वास्थ्य सेवा, ‘102’ नेशनल एम्बुलेन्स सर्विस, यूपी-100 जैसी योजनाएं लागू की गई हैं।