मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को समाजवादी पार्टी मे सबसे कमजोर समझने वालों को आज जोर का झटका लगा. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की नाराजगी ने आखिरकार असर दिखाया। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री के करीबी समझे जाने वाले युवा नेता आनंद भदौरिया और सुनील सिंह यादव ‘साजन’ कर दिया। दोनों की एक हफ्ते में ही पार्टी में वापसी हो गई। सपा के मुख्य प्रवक्ता व वरिष्ठ मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने उनकी बहाली की जानकारी दी।
समाजवादी छात्र सभा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील यादव साजन और लोहिया वाहिनी के पूर्व अध्यक्ष आनंद भदौरिया को अनुशासनहीनता के आरोप में 25 दिसंबर को पार्टी से निष्कासित किया गया था।निष्कासन सपा मुखिया के आदेश पर किया गया था। इसे मुख्यमंत्री के लिए निजी तौर पर झटका माना जा रहा था। सूत्रों के मुताबिक इस कार्रवाई से पहले अखिलेश को भरोसे में नहीं लिया गया था।
यूथ विंग के दो पूर्व अध्यक्षों के निष्कासन के अगले दिन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सैफई महोत्सव के उद्घाटन समारोह में नहीं गए थे। इसे उनकी नाराजगी से जोड़कर देखा जा रहा था। सपा सूत्रों के मुताबिक दो दिन पहले ही उनका निष्कासन वापस लेने पर सहमति बन गई थी। इसके बाद ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बृहस्पतिवार को सैफई महोत्सव में गए थे।यूथ विंग के दो पूर्व अध्यक्षों की बहाली ने समाजवादी पार्टी मे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की छवि को मजबूत किया है.