अगरतला, त्रिपुरा में मुख्यमंत्री विप्लव कुमार देव को संबोधित करते हुए एक सोशल मीडिया पोस्ट पर कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करना एक पुलिसकर्मी के लिए महंगा सौदा साबित हुआ क्योंकि उसे इसी आधार पर निलंबित कर दिया गया।
पुलिस अधीक्षक (संचार) ने शनिवार को उनाकोटि जिले के कैलाशहार संचार स्टेशन के पर्यवेक्षक दीपक चक्रवर्ती को निलंबित करने का आदेश जारी किया। उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और उस पर विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई भी शुरू की गयी है।
आदेश में यह भी निर्देश दिया गया है कि निलंबन की अवधि के दौरान वह त्रिपुरा पुलिस संचार मुख्यालय में रहेंगे और सक्षम प्राधिकारी की पूर्व अनुमति प्राप्त किए बिना उसे छुट्टी पर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि सोशल मीडिया में उनके द्वारा की गई टिप्पणियां बेहद आपत्तिजनक थीं और किसी भी लोक सेवक से इसकी उम्मीद नहीं की जा सकती है।
रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी दीपक चक्रवर्ती पिछले कुछ महीनों से सोशल मीडिया पर अपमानजनक टिप्पणी और पोस्ट कर रहे हैं और उन्हें इस तरह की गतिविधियों से बचने के लिए पहले चेतावनी दी गई थी, क्योंकि किसी भी पुलिसकर्मी की ओर से मुख्यमंत्री के खिलाफ की गई कोई भी टिप्पणी या पोस्ट अनुशासनहीनता मानी जाती है जिसका कानून व्यवस्था पर भी सीधा असर पड़ता है।
इस बीच इस पुलिसकर्मी ने कहा कि उसने मुख्यमंत्री के खिलाफ कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की, लेकिन केवल कुछ मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त किए, जो सेवा आचरण नियमों का उल्लंघन नहीं करते और ना ही यह सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश की अवमानना है।