लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बुरी तरह शिकस्त खायी समाजवादी पार्टी मुख्यमंत्री का चयन होने के बाद अपने दल के नेता का नाम घोषित करेगी।
चुनाव में जीते सपा विधायकों की आज यहां हुई बैठक में नेता विरोधी दल के नाम के चयन का अधिकार पार्टी अध्यक्ष और निवर्तमान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को दे दिया गया। विधानसभा में भाजपा के बाद सर्वाधिक विधायक सपा के चुने गये हैं इसलिए नेता विरोधी दल सपा का ही होगा।
बैठक में दिलचस्प बात यह रही कि गत 24 अक्टूबर के बाद अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव एक साथ मंचासीन हुए। बैठक शुरु होने के पहले अखिलेश यादव, शिवपाल सिंह यादव और आजम खां की एक कमरे में बैठक हुई। तीनो एक साथ कमरे से निकलकर बैठक में शामिल होने के लिए गये। शिवपाल यादव मंच के बजाय सामने कुर्सियों पर बैठ गये लेकिन आजम खां उन्हें लेकर मंच पर आ गये। सूत्रों के अनुसार मंच पर अखिलेश यादव, आजम खां और शिवपाल यादव बैठे थे। सपा कार्यालय में हुई यह बैठक करीब तीन घंटे चली। विधायकों ने अपनी-अपनी राय व्यक्त की। हार की समीक्षा के साथ ही जनहित के मुद्दों पर संघर्ष करने का निर्णय लिया गया। विधानसभा के चुनाव में सपा के 47 विधायक चुने गये हैं। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज विधायकों की बैठक बुलायी थी। बैठक में पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव शामिल नहीं थे।