भोपाल, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के नागरिकों से ‘अनलॉक वन’ में दी छूट के प्रति सावधानी बरतने की अपील करते हुए कहा कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है, इसलिए हम सभी को अभी वायरस के प्रति विशेष रुप से सजग रहने की आश्यकता है।
श्री चौहान ने प्रदेश की जनता को दिए संदेश में कहा कि जरूरत के लिए बाजार और अन्य गतिविधियां शुरू कर दी गई है। प्रदेश की अर्थव्यवस्था और लोगों के जीवन यापन की दृष्टि से अनलॉक वन में कई तरह की छूट दी गई है, लेकिन छूट के बाद कहीं-कहीं ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं, जहां गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा।
उन्होंने आमजन से अपील की है कि पर्याप्त सावधानियां जैसे 2 गज की दूरी, फेस मास्क का उपयोग, बार-बार हाथ धोने, सार्वजनिक जगहों पर न थूकने और लोगों से हाथ मिलाने की बजाए नमस्ते करने जैसे उपायों पर अमल किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा है जान है तो जहान है। अभी निरंतर सतर्क और सजग रहने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि 23 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद उन्होंने तत्काल ही सभी आवश्यक कदम उठाकर कोरोना से लोगों के बचाव के प्रयास प्रारंभ किए। शीघ्र से शीघ्र टेस्टिंग लैब, पर्याप्त मास्क, पीपीईटी सहित अन्य व्यवस्था सुनिश्चित की गयी।
उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में 21 टेस्टिंग लैब और प्रतिदिन छह हजार टेस्ट की क्षमता विकसित हो चुकी है। आईसीयू और बेड व्यवस्था का एक तिहाई ही उपयोग हो पा रहा है। प्रदेश का कोरोना से रिकवरी रेट देश के शीर्ष राज्यों में शामिल है और देश के औसत रिकवरी रेट से भी अधिक है। उन्होंने कहा कि आमजन को कोई दिक्कत न हो इसलिए सभी जरूरी वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है।
श्री चौहान ने कहा कि प्रवासी मजदूर भाइयों की वापसी के सभी इंतजाम किए गए। गरीबों मजदूरों और जरूरतमंदों के लिए राशन, भोजन और रहने आदि की व्यवस्था की गई। उन्होंने आमजन से अपील की है कि कोराना से बचाव पर ध्यान दें, लापरवाही न करें। सभी सावधानियों का पालन करें और साहस के साथ आगे बढ़ते हुए मध्यप्रदेश को कोरोना वायरस मुक्त बनाने में सहयोग करें।