आज से यूपी विधान सभा का शीतकालीन सत्र शुरू हुआ। शीतकालीन सत्र मे भाग लेने के लिये सभी दलों के विधायक और विधान परिषद सदस्य सुबह विधान सभा की कार्यवाही मे भाग लेने पहुंचे। इसी बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मो0 आजम खां का आज एक-दूसरे का हाथ पकड़कर विधानसभा में आना चर्चा का विषय बन गया।
बात यहीं पर नही खत्म हुयी, समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विनम्र व्यवहार का सिलसिला यहीं नही रूका। इससे थोड़ी देर बाद ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं समाजवादी पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव को लिफ्ट तक छोड़ने आ गये।
मुख्यमंत्री योगी और आजम खां एक-दूसरे के धुर राजनीतिक विरोधी हैं। राजनीतिक विरोधी होने के कारण इन दोनो के हाथ पकड़कर सदन की कार्यवाही में आने के सम्बंध में लोगों ने चटखारे लेकर इसकी चर्चा की। वहीं समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव के लगातार योगी सरकार के विरूध आक्रामक रवैया अपनाये जाने के बावजूद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विनम्र व्यवहार किसी के गले नही उतर रहा है।
कुछ लोगों का कहना है कि योगी ने किसी रणनीति के तहत आजम खां और शिवपाल सिंह यादव को इतना तवज्जो दिया । जबकि कई लोग यह मानते हैं कि लोकतंत्र में वैचारिक विरोध के बावजूद नेता एक-दूसरे से मिलते रहते हैं। इसी तरह आज इन नेताओं की मुलाकात हुई। यह सामान्य घटना थी।