औरैया, उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में शनिवार को नारी शक्ति वंदन सम्मेलन को सम्बोधित करने आये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले में बनकर तैयार लगभग 238 करोड़ परियोजनाओं का लोकार्पण किया। वहीं 448 करोड़ की 64 परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया।
मुख्यमंत्री ने यहां जिला मुख्यालय ककोर स्थिति तिरंगा मैदान में नारी शक्ति वंदन सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत दुनिया का वह देश है, जहां आधी आबादी को वोट देने का अधिकार मिला है। ब्रिटेन की महिलाओं को भारत के बाद सम्मान मिला है। डबल इंजन की सरकार विकास के कार्य आगे बढ़ाने का काम कर रही है। बेटियो और महिलाओं को सुरक्षा देने, शासन की विभिन्न योजनाओं से जोड़कर उनके आगे का मार्ग प्रशस्त किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ में पहले जो आंकड़े आते थे, वो बेहद चौंकाने वाले होते थे। भ्रूण हत्या के आंकड़े भी भयभीत करने वाले आते थे। अब कहीं भी बेटियों को पेट में नहीं मारा जा सकेगा। इसके लिए प्रधानमंत्री ने सख्त नियम बनाए हैं, जिससे आज अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। मुख्यमंत्री सुमंगला योजना में अगले सत्र में 25 हजार देने का प्रावधान किया जा रहा है। बेटी के जन्म लेते ही उसको योजना का लाभ दिया जाएगा। पहली क्लास में जाएगी, छठी क्लास और नौवीं क्लास में जाएगी, तो खाते में पैसा आएगा।
मुख्यमंत्री वैवाहिक योजना में 51 हजार रुपए खाते में भेजे जाएंगे। वर्ष 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद नंगे पैर स्कूल जाने वाली बच्चो को दो ड्रेस, जूता-मौजे आदि के लिए रजिस्ट्रेशन होते ही 12 सौ रुपये खाते में भेजे जाते हैं। जातिवाद और परिवारवाद को बढ़ावा देने वालो ने विकास से किनारा किया। आज इस सरकार में पूरे प्रदेश में विकास किया जा रहे है। मेडिकल कॉलेज दिया गया। सात सौ करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास किया गया है। सरकारी सेवाओं में डेढ़ लाख महिलाओ को प्रदेश में नौकरी दी गई है। बुंदेलखंड में 40 हजार महिलाएं स्वावलंबन की योजनाओं से जुड़कर करोड़ों रुपए का लाभ कमा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश में अब पहले जैसी स्थिति नहीं है, पहले जब-जब त्यौहार आते थे तो लोगों को आशंकाएं होने लगती थी कि कहां कर्फ्यू लग जाए, लोग भयभीत रहते थे कि पर्व और त्योहार में कहां उपद्रव हो जाए, कहां पर गुंडागर्दी हो जाए, कहां पर दंगा करने वाले लोग दंगा करके अव्यवस्था तथा अराजकता का वातावरण पैदा कर दें।
पर्व और त्योहार उत्साह और उमंग को नहीं बल्कि 2017 से पहले आशंकाओं को लेकर आता था भय और दहशत का प्रतीक बन जाता था लेकिन 06 वर्ष के अंदर आपने देखे होंगे की पर्व और त्यौहार शांतिपूर्ण ढंग से मनाए जा रहे हैं जिसमें उत्साह और उमंग की कोई कमी नहीं, प्रदेश भर में 50 हजार से ज्यादा जगत जननी मां की मूर्तियां जगह-जगह जनपदों में बैठाई गयी थी, लेकिन एक भी जगह कोई अव्यवस्था पैदा करने का दुस्साहस नहीं कर सका सभी कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से कराए गए।