लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को आधुनिक हिंदी खड़ी बोली में साहित्य के महान सृजनकर्ता, प्रख्यात नाटककार एवं पत्रकार भारतेन्दु हरिश्चंद्र की शुक्रवार को पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने ट्वीट किया, “आधुनिक हिंदी खड़ी बोली में साहित्य के महान सृजनकर्ता, प्रख्यात नाटककार एवं पत्रकार ‘भारतेन्दु’ हरिश्चंद्र की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। भारतीय संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु आपकी उत्कृष्ट रचनाएं साहित्यिक समाज और आमजन को चिरकाल तक प्रेरणा देती रहेंगी।”
भारतेन्दु हरिश्चन्द्र का जन्म नौ सितंबर 1850 बनारस के एक प्रतिष्ठित परिवार में हुआ। उनका मूल नाम ‘हरिश्चन्द्र’ था। एक दौर में भारतेन्दु की लोकप्रियता शिखर पर थी, जिससे प्रभावित होकर काशी के विद्वानों ने उन्हें 1880 में ‘भारतेंदु` की उपाधि दी। भारतेन्दु के विशाल साहित्यिक योगदान के कारण 1857 से 1900 तक के काल को भारतेन्दु युग के नाम से जाना जाता है। उन्हें आधुनिक हिंदी साहित्य के साथ-साथ हिंदी थियेटर का भी पितामह कहा जाता हैं। उन्होंने हिन्दुस्तानी खड़ी बोली को हिन्दी गद्य की आदर्श भाषा-शैली के रूप में प्रस्तुत किया।
भारतेन्दु ने 06 जनवरी 1885 को वाराणसी में अंतिम सांस ली थी।