मेरठ, मेरठ शहर को कूड़े के ढेर से मुक्त करने के अभियान के तहत शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नगर निगम की 76 नई डोर टू डोर कूड़ा गाड़ियों, एक मोबाइल काम्पेक्टर और एक रोड स्वीपिंग मशीन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
शुक्रवार को मेरठ के दौरे पर आये मुख्यमंत्री योगी का हेलीकॉप्टर से पुलिस लाइंस में पहुंचने पर उनका स्वागत स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने आयोजन स्थल पर पहुंच कर नई कूड़ा गाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान उनके साथ औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल नन्दी, राज्यमंत्री नरेंद्र कश्यप, राज्यमंत्री दिनेश खटिक, राज्यमंत्री बृजेश सिंह और ऊर्जा राज्यमंत्री डॉ सोमेंद्र तोमर और मेरठ नगर निगम की महापौर सुनीता वर्मा भी मंच पर मौजूद थीं।
बाद में मुख्यमंत्री योगी कमिश्नरी सभागार पहुंचे जहां उनके समक्ष हर घर तिरंगा, गन्ना भुगतान समेत 15 योजनाओं का प्रस्तुतीकरण किया गया। मेरठ के अलावा मंडल के अन्य छह जिलों के वरिष्ठ अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उनके साथ जुड़े रहे।
कमिश्नरी में दो घंटे चलने वाली मंडलीय समीक्षा बैठक में मंडल के छह जिलों में हुए गन्ना भुगतान का ब्योरा प्रस्तुत किया गया। इसके अलावा अमृत सरोवर, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री स्वनिधि, टैबलेट और स्मार्टफोन वितरण, निराश्रित गोवंश आश्रय स्थल, जल जीवन मिशन, पीएम आवास, कोरोना टीकाकरण, घरौनी वितरण, आईजीआरएस, रोजगार सृजन, गन्ना मूल्य भुगतान, स्कूल चलो अभियान, ऑपरेशन कायाकल्प में मंडल की स्थिति का प्रस्तुतिकरण भी किया गया। इस अवसर पर विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों के फोटो लगाए गए थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को मेरठ मंडल के सभी छह जिलों में बेहतर माहौल बनाकर औद्योगिक निवेश बढ़ाने के निर्देश दिये हैं। साथ ही उन्होंने जनप्रतिनिधियों से संवाद बनाए रखने और उनकी समस्याओं का प्राथमिकता से निस्तारण करने के लिए भी अधिकारियों को विशेष ध्यान देने को कहा।
मुख्यमंत्री ने आईटीएमएस चौराहों को सेफ सिटी से जोड़कर महिला सुरक्षा पर ध्यान देने, लंपी संक्रमण से पशुओं को बचाने, विभिन्न माध्यमों से प्राप्त होने वाली शिकायतों के समय से निस्तारण और आमजन को योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए भी विशेष रूप से अधिकारियों को निर्देश दिया।
इसके बाद मुख्यमंत्री योगी ने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने छात्र छात्राओं को टैबलेट वितरित किये और छह किसानों को घरौनी भी दीं। दूसरी तरफ कमिश्नरी में चल रही मुख्यमंत्री की मंडलीय समीक्षा बैठक के दौरान कुछ ही दूरी पर स्थित चौधरी चरण सिंह पार्क में त्यागी समाज के लोग नोएडा के श्रीकांत त्यागी के समर्थन में धरने पर बैठे हुए थे। ये लोग नारेबाजी करते हुए श्रीकांत त्यागी पर लगे गैंगस्टर एक्ट को हटाने और उनके परिजनों को परेशान करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे। इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री के यात्रा कार्यक्रमों में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई थी।
मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए शहर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि पीएसी की तीन कंपनियों के साथ ही मुजफ्फरनगर और सहारनपुर से भी पुलिस बल मंगाया गया था। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा में छह अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक 36 पुलिस उपाधीक्षक, 50 दरोगा, 500 कांस्टेबल और 100 ट्रैफिक सिपाहियों की ड्यूटी लगी थी। जबकि अतिक्ति पुलिस महानिदेशक राजीव सभरवाल और आईजी प्रवीण कुमार भी सुरक्षा व्यवस्था पर पुरी तरह नजर रखे हुए थे। जुबैरी वार्ता