मुख्य न्यायाधीश पर हमले के खिलाफ आप ने किया प्रदेशव्यापी प्रदर्शन

लखनऊ, उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश भूषण रामकृष्ण गवई पर हमले की घटना को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) ने शुक्रवार को प्रदेशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया।
यूपी प्रभारी सांसद संजय सिंह के निर्देश पर राज्यभर में पार्टी कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार पर “नफरत की राजनीति” फैलाने का आरोप लगाया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
राजधानी लखनऊ में अयोध्या प्रांत अध्यक्ष विनय पटेल की उपस्थिति में और जिला अध्यक्ष इरम रिजवी के नेतृत्व में स्वास्थ्य भवन चौराहे पर जोरदार प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शन के दौरान आप कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई, जिसके बाद पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर इको गार्डन भेज दिया।
प्रांत अध्यक्ष विनय पटेल ने कहा कि यह हमला “भाजपा की नफरत भरी राजनीति” का परिणाम है। उन्होंने कहा “मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ सोशल मीडिया पर हांडी बांधने जैसे वीडियो बनाना इस बात का प्रमाण है कि मोदी सरकार दलितों को पुराने युग में धकेलना चाहती है।”
उन्होंने आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी और ट्रोल आर्मी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। मुख्य प्रवक्ता वंशराज दुबे ने इसे केवल मुख्य न्यायाधीश पर नहीं, बल्कि संविधान और बाबा साहेब अंबेडकर के विचारों पर हमला बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ऐसे तत्वों को संरक्षण दे रही है जो न्यायपालिका की गरिमा को ठेस पहुंचा रहे हैं।
जिलाध्यक्ष इरम रिजवी ने कहा कि मुख्य न्यायाधीश दलित समुदाय से हैं, और “यह बात भाजपा-आरएसएस को बर्दाश्त नहीं।” उन्होंने आरोप लगाया कि सीजेआई की मां द्वारा आरएसएस के कार्यक्रम में शामिल होने से इनकार करने के बाद “राजनीतिक साजिश के तहत यह हमला कराया गया।”
प्रदर्शन में अतुल सिंह, प्रखर श्रीवास्तव, बी.एन. खरे, अंकित परिहार, ललित वाल्मीकि, मनोज मिश्रा, रानी कुमारी, अभिषेक सिंह, अंशुल यादव, पवन वर्मा समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल रहे।