मुर्गे की लड़ाई पर रोक लगवाएं, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री- मेनका गांधी
January 5, 2017
नई दिल्ली, केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से विभिन्न विभागों को सख्त निर्देश देने की मांग की है, ताकि राज्य में मुर्गे की लड़ाई की बर्बर परंपरा पर रोक लग सके। चंद्रबाबू को लिखे एक पत्र में मेनका ने कहा है कि हैदराबाद उच्च न्यायालय ने मुर्गे की लड़ाई पर कानूनी निषेध को कायम रखा है। मेनका जीव जंतु कल्याण कार्यकर्ता भी हैं।
उच्च न्यायालय ने 26 दिसंबर को आंध्र प्रदेश सरकार को संक्रांति (पोंगल) पर्व के दौरान मुर्गे की लड़ाई पर रोक लगाने के लिए हर संभव कदम उठाने को कहा था। मेनका ने पत्र में लिखा है, इन हत्याओं और सट्टेबाजी पर प्रभावी रोक आपके (नायडू की) सक्रिय या व्यक्तिगत हस्तक्षेप के बगैर संभव नहीं है। इस पत्र की प्रति ह्यूमन सोसाइटी इंटरनेशनल इंडिया ने भेजी है। यह संस्था मुर्गे की लड़ाई पर प्रतिबंध लगाने के लिए संघर्ष कर रही है। पत्र में कहा गया है कि जीव जंतुओं की लड़ाई जंतु निर्ममता निवारण अधिनियम (पीसीए) 1960 के तहत भी निषिद्ध है। उन्होंने लिखा है कि मुर्गे की लड़ाई को कोई धार्मिक मंजूरी प्राप्त नहीं है ना ही परंपरा को लोक नीति और देश के कानून पर तरजीह दी जा सकती है। इसलिए इसमें कोई संदेह नहीं रह जाता कि मुर्गे की लड़ाई निर्मम, बर्बर है और पीसीए अधिनियम 1960 का पूरा उल्लंघन करती है। उन्होंने कहा है कि हैदराबाद उच्च न्यायालय ने मुर्गे की लड़ाई रोकने के लिए मुआयना टीमों के गठन का निर्देश दिया है और इस सिलसिले में जिला प्रशासन इन टीमों को आवश्यक सहायता मुहैया करे।