मुलायम सिंह की समधन के बाद, अब योगी सरकार ने की, समधी पर बड़ी कार्रवाई
February 5, 2018
लखनऊ, यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार अब समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के रिश्तेदारों के पीछे हाथ धोकर पड़ गयी है. मुलायम सिंह की समधन के बाद अब समधी के ऊपर योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है.
मुलायम सिंह यादव के समधी और सूचना आयुक्त अरविंद सिंह बिष्ट को आवंटित दो भूखंड एलडीए ने सीज कर दिया हैं. दो प्लॉटों के आवंटन निरस्त करने पर एलडीए का कहना है कि अरविंद और उनकी पत्नी के पास एक से ज्यादा भूखंड प्राधिकरण की योजनाओं में मौजूद हैं. जबकि एेसे तमाम अधिकारी और नेता हैं जिनके पास एक से ज्यादा भूखंड हैं।
हाल ही मे, एलडीए में उपसचिव रहीं अरविंद सिंह बिष्ट की पत्नी अंबी बिष्ट का तबादला योगी सरकार ने किया है. सपा संरक्षक के बेटे के सास-ससुर पर हुई इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया जा रहा है. एलडीए वीसी प्रभु एन सिंह आदेश के मुताबिक पूर्व में प्रचलित आवंटन नीति के मुताबिक पति और पत्नी के नाम एक भूखंड होने पर दूसरा नहीं लिया जा सकता है. शपथ पत्र देने के बाद भी अरविंद सिंह बिष्ट के नाम पर भूखंड आवंटित कराए गए.
आदेश में कहा गया है कि यह सब तब किया गया जब एलडीए में अधिकारी रहीं अंबी बिष्ट को खुद इस नियम की जानकारी थी. एक याचिका की सुनवाई में उन्होंने खुद एक शपथ पत्र दिया जिसमें प्राधिकरण के नियम का हवाला देते हुए कहा कि पति और पत्नी के नाम केवल एक ही भवन या भूखंड आवंटन करने का प्रावधान है.
नौ जुलाई 2003 को विराजखंड के भूखंड के लिए अरविंद सिंह बिष्ट ने शपथ पत्र दिया. वहीं 26 अगस्त 2003 को ही रतनखंड के भूखंड का पंजीकरण कराया गया. यह आदेश एलडीए वीसी ने 25 जनवरी 2018 को जारी किया है.
एलडीए के रिकॉर्ड के मुताबिक अंबी बिष्ट के नाम 2/12 विराटखंड कर्मचारी कोटा में आवंटित है. वहीं अरविंद सिंह बिष्ट के नाम पर 1/3 विराजखंड पत्रकार कोटा में आवंटित है. इन दोनों भूखंड को आवासीय से कॉमर्शियल लैंडयूज में बदलने के लिए पूर्व में प्रक्रिया शुरू कराई गई थी. वहीं तीसरा भूखंड 1/1370 रतनखंड शारदानगर योजना में अरविंद सिंह बिष्ट के नाम पर आवंटित है. इनमें से अब विराजखंड और रतनखंड के भूखंड एलडीए ने अपने कब्जे में लिए हैं.