लखनऊ , समाजवादी पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने आज एक अहम फैसला लेते हुये मुख्यमंत्री अखिलेश यादव छह साल के लिये सपा से निष्कासित कर दिया है। मुलायम सिंह यादव ने आखिर यह फैसला क्यों लिया? यह एक अहम सवाल है।
मुलायम सिंह यादव ने संवाददाता सम्मेलन में इस बात का खुलासा किया।प्रो0 रामगोपाल पर बेहद नाराज मुलायम सिंह यादव ने कहा कि रामगोपाल अखिलेश का भविष्य खराब कर रहा है। अखिलेश इसे समझ नहीं पा रहा है। दोनों ही पार्टी में गुटबाजी कर रहे हैं। मैं पार्टी बचाना चाहता हूं क्योंकि मेरी प्राथमिकता पार्टी बचानी है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी को बचाने के लिए कडी से कडी कार्रवाई करेंगे। पार्टी को बचाना हमारी प्राथमिकता है।
संवाददाता सम्मेलनों में आमतौर पर खुश रहने वाले यादव का मन भारी दिखा। उन्होंने कहा कि वह सोचेंगे कि रामगोपाल यादव को और कितनी कडी सजा दी जा सकती है। अखिलेश को भी अपने साथ लपेट लिया। अखिलेश को रक्षा कवच के रुप में उपयोग कर रहे हैं। सपा अध्यक्ष ने कहाए कि अखिलेश को मैने सीएम बनाया। दूसरे को सीएम कौन बनाता है। मैने अपनी कुर्सी दे दी लेकिन रामगोपाल के साथ इसने अपना भविष्य खत्म कर दिया। रामगोपाल ने अखिलेश को विवादित बना दिया और वह समझ ही नहीं पा रहा है। मेरे सामने इन दोनों को पार्टी से निष्कासित करने के अलावा कोई चारा ही नहीं बचा है।
अक्टूबर में शिवपाल और अखिलेश की अनबन के समय मुलायम ने सार्वजनिक रूप से कह दिया था कि वे शिवपाल का साथ नहीं छोड़ सकते। अक्टूबर में सपा की बैठक के दौरान मुलायम सिंह यादव ने साफ कहा था ‘अमर सिंह मेरे भाई हैं, उन्होंने पार्टी को मजबूत बनाने में बहुत मेहनत की है।’ मुलायम ने कहा कि उन्होंने अमर सिंह के सारे ‘पाप’ माफ कर दिए हैं। उन्होंने कहा, ”मैं अमर सिंह या शिवपाल को नहीं छोड़ सकता। अमर सिंह के सारे पाप माफ।”
मुलायम सिंह यादव ने कहा कि 1992 में पार्टी की स्थापना के बाद से इसे यहां तक पहुंचाने के लिए कडी मेहनत की गई। पार्टी के मुकाम हासिल करने के बाद रामगोपाल यादव जैसे कुछ लोग इसे कमजोर करने में लग गये। पार्टी बचायी जाएगी और इसके लिए जो भी जरुरी होगा, किया जाएगा।