मुलायम सिंह यादव ने अपने जन्मदिन पर किया चौकाने वाला खुलासा….
November 22, 2017
लखनऊ, आज मुलायम सिंह यादव का 79वां जन्मदिन है.इस दौरान आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने 79 किलो का केक काटा और अपने बेटे अखिलेश को खिलाया.मुलायम सिंह यादव ने आज अपने जन्मदिन पर कई खुलासे किये.
मुलायम सिंह यादव ने कहा कि अखिलेश को आशीर्वाद देते हैं और देते भी रहेंगे. बेटा पहले है और नेता बाद में. अखिलेश अच्छा लड़का भी है और अच्छा मुख्यमंत्री भी रहा. मुलायम ने कहा कि आज समाजवादी पार्टी हमारे बनाये हुए पद चिन्हों पर चल रही है. भाषा के नाम पर भेदभाव नहीं करना चाहिए. हिन्दू-मुस्लिम के बीच भेदभाव नहीं करना चाहिए. महिला पुरुष में भी भेदभाव नहीं करना चाहिए. हम सरकार में रहे तो कोशिश की समता व संपन्नता बनी रहे.
मुलायम ने कहा कि बीजेपी ने लोगों से झूठ बोला. कितने लोगों को 15 लाख रुपए मिले? मैं जब रक्षा मंत्री था तो सबसे बड़ा बजट लाया था. बीजेपी एक साथ 15 लाख रुपए नहीं दे सकती तो कम से कम किश्तों में 3-3 लाख रुपए करके पांच साल में दे. ऐसा करके वह अपने वादे को पूरा कर सकते हैं. मुलायम ने कहा कि इसीलिए मैं कहता हूं कि राजनेताओं को वह बोलना चाहिए जो वह वास्तव में कर सकें.
मुलायम सिंह यादव ने कहा समाजवादी सरकार में हमने दवाई व पढ़ाई मुफ्त की थी. समाजवादी जो बोलते हैं, वो करते हैं. कथनी करनी में अंतर नहीं करते. अखिलेश ने सीएम बनते ही पूरा काम किया. लेकिन जो लोग अपना बूथ हार गए, उन्हें पार्टी में बड़ा पद मिल गया. सपा नेता के परिवार के घर में 51 वोट थे और सपा को मिले 12 वोट. इतना काम किया अखिलेश ने लेकिन इसके बाद भी सीटें कितनी 47. जो गांव तक में चुनाव हारा, अखिलेश यादव ने उन्हें बड़े-बड़े पद दिए.
मुलायम सिंह यादव ने कहा कि एक पोलिंग पर हमारा अखिलेश से झगड़ा हो रहा है. हमने कहा कि 9 वोट मिले. अखिलेश कह रहे हैं 12 मिले. मान लीजिए 12 मिले, जो महत्वपूर्ण पदों पर बैठे हैं उनके परिवार ने 1 वोट नहीं दिया. परिवार में 51 वोट हैं लेकिन मिले 12. कैसे हुआ देखना होगा.
मुलायम सिंह यादव ने कहा कि सबसे ज्यादा अत्याचार महिलाओं पर हो रहा है. महिला मां और बहन के बराबर है, ये समाजवादियों को सीखना चाहिए. आज भी 35 फीसदी लोगों को दोनों टाइम भोजन नही मिलता. आज भी 65 प्रतिशत लोग अपने हाथों से खेती करते हैं. जब तक किसान सम्पन्न नहीं होता देश संपन्न नहीं हो सकता.
मुलायम सिंह यादव ने कहा कि जब अयोध्या में गोली चली तो 20 मरे, 80 घायल हुए. आडवाणी ने कहा कि 56 मरे. हमने कहां अटल जो अगर सूची दे दें तो हम पैर पकड़ कर माफ़ी मांगेंगे. लेकिन 6 माह बाद पता चला 28 मरे हैं. देश की एकता के लिए अगर ज़्यादा मारना पड़ता तो मारते. अगर मस्जिद नहीं बचाते तो आज बता रहा हूं मुस्लिम नौजवानों ने हथियार ले लिया था कि जब मस्जिद ही नहीं रहेगी तो क्या फायदा.
मुलायम सिंह यादव ने कहा कि आमतौर पर मुसलमान समाजवादी पार्टी के साथ है लेकिन आप वोट नहीं डलवा पर रहे हैं. मेहनत कीजिए. समाजवादियों ने अनेकों की मदद की है, जहां मुसीबत हो. वहां जाना चाहिए. उन्होंने काह कि सरकार में जो कुछ हुआ, हम आज बुरा भला नहीं कहेंगे. लेकिन अखिलेश की मेहनत बेकार गई कितने शर्म की बात है. सरकार की इमेज खराब थी, जब अयोध्या में गोली चली. लेकिन बाई इलेक्शन हुआ तब भी हम 105 सीट जीते थे.
पूरे देश समेत मुज़फ्फरनगर में क्या हालत थी, जब मस्जिद गिरी. पता कर लीजिएगा. हमें शर्म है कि 47 सीट जीते हैं. यह सब चिल्लाते रहे कि हिंदुओं का हत्यारा आ गया. तब भी सपा 105 सीट जीत गए थी. इस वक़्त नौजवानों की कमी है. कई ऐसे हैं जो अपने गांव के बूथ पर नहीं जिता सके.