मुल्क की तरक्की और भाईचारा की दुआ के साथ अदा हुयी अलविदा की नमाज

लखनऊ, पवित्र रमजान माह के अंतिम शुक्रवार को उत्तर प्रदेश में सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम के बीच अलविदा की नमाज अदा की गयी। इस दौरान कहीं से भी कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। लखनऊ में बड़ा इमामबाड़ा और टीले वाली मस्जिद समेत सैकड़ों मस्जिदों में अलविदा की नमाज अदा की गयी।जौनपुर,प्रयागराज,कानपुर,बरेली,सहारनपुर और गोरखपुर समेत राज्य के तमाम इलाकों में नमाज के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि राज्य भर में 29 हजार 439 मस्जिदों में अलविदा नमाज अदा की गई जबकि ईद के मौके पर तीन हजार 865 ईदगाहों के साथ ही 29 हजार 439 मस्जिदों में नमाज अदा की जाएगी। जुमे की नमाज शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिये मुख्यालय स्तर से 249 कंपनी पीएसी, एसडीआरएफ की तीन कंपनियां, सीएपीएफ की पांच कंपनियां और 7000 अंडर ट्रेनिंग सब-इंस्पेक्टर (फील्ड एक्सपोजर ट्रेनिंग के लिए) तैनात किए गए थे।

इसके अलावा सादे कपड़ों में महिला सिपाही समेत अन्य पुलिस कर्मी तैनात थे। संवेदनशील जगहों पर ड्रोन कैमरे और हाई रेजोल्यूशन सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही थी।

जौनपुर से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार अलविदा जुमा में शीराज़े हिन्द जौनपुर ज़िले के विभिन्न मस्जिदों में हज़ारों की तादाद में नमाज़ियों ने नमाज़े जुमा में शिरकत करके वतने अज़ीज़ भारत में खुशहाली और अमन की दुआएं की और मिल्लत की खुशहाली की मख़्सूस दुआ की। शिया जामा मस्जिद नवाब बाग़ जौनपुर में अलविदा जुमा पर उपस्थित हजारों नमाजियों को ख़ुत्बा ए जुमा में सम्बोधित करते हुए इमामे जुमा मौलाना महफुज़ुल हसन‌ खां ने कहा कि रमज़ानुल मुबारक के रोज़ो से मुसलमान सब्र, आपसी मेलजोल, मसावात, समता) की तालिम हासिल करता है।

मुस्लिम समाज की तरक़्की (विकास) उसी वक्त मुमकिन है जब समाज तालिमयाफ्ता (शिक्षित) हो इस्लाम एक आफाक़ी (सार्वभौमिक) धर्म है जो पूरी दुनिया के इन्सानों की सलामती चाहता है हम सब मिलकर एक ऐसी दुनिया बनाएं जिससे इन्सानियत को बुलन्दी हासिल हो ख़ुत्बा ए जुमा के बाद मौलाना महफुज़ुल हसन‌ खां ने हज़ारों नमाजियों को नमाज़े जुमा अदा कराई,और अलविदा जुमा की मख़्सूस दुआ पढ़ाई। मुल्क और मिल्लत की खुशहाली और‌ अमन की मख़्सूस दुआ की।

पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर मंडल तथा आस पास के क्षेत्रों में ड्रोन कैमरे की निगरानी में अलविदा की नमाज अदा की गयी। अधिकारियों ने सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करते हुये सुनिश्चित किया कि कोई भी सडक पर नमाज न पढे और मस्जिद के अन्दर ही रहकर नमाज अदा करें। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कहीं से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।

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