मुंबई : विवादित इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाईक की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि पुलिस ने मुझे किसी भी मामले में नहीं बुलाया, हर तरह की जांच में सहयोग को तैयार हूं. किसी सरकारी एजेंसी ने मुझसे संपर्क नहीं किया, अब तक मुझे भारत सरकार, पुलिस से कोई समस्या नहीं है. उन्होंने कहा कि मुस्लिम चैनल होने के कारण पीस टीवी को प्रसारण की इजाजत भारत में नहीं दी गई. भाषण अगर भड़काऊ नहीं तो पीस टीवी पर बैन क्यों?
जाकिर नाईक ने कहा कि मैंने कभी किसी को आतंक के लिए प्रेरित नहीं किया. मेरे जवाब को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया, जिन्होंने यह किया उनकी जवाबदेही तय की जानी चाहिए. भारत में मुस्लिमों से संबंधित आंकड़ा मुझे नहीं पता है. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि, ‘मेरा ऐसा कोई विडियो दिखाइए जहां मैंने किसी आत्मघाती हमले की निंदा नहीं की हो’.
उन्होंने कहा कि मैं शांति का दूत हूं और मासूमों के कत्ल की निंदा करता हूं. मेरा मीडिया ट्रायल हो रहा है जिसे बंद करना चाहिए.उन्होंने कहा कि मैंने किसी को आतंक के लिए प्रेरित नहीं किया है. उन्होंने कहा कि मैं किसी आतंकी से नहीं मिला, लेकिन अगर कोई मेरे साथ खड़ा होता है मेरा साथ फोटो लेता है मैं मुस्कराता हूं, मैं नहीं जानता वे कौन हैं.
जाकिर नाईक ने कहा कि निर्दोष लोगों की हत्या नहीं होनी चाहिए. इस्लाम में आत्मघाती हमले की इजाजत नहीं, इसकी 100 प्रतिशत निंदा की जाती है. देशहित में आत्मघाती हमले की इजाजत दी जा सकती है. जाकिर नाइक ने माना कि उन्हें भारत के मुस्लिमों की साक्षरता दर के बारे में जानकारी नहीं है. फ्रांस में हुए हमले की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि कमांडर के कहने पर आत्मघाती हमला किया जा सकता है. निर्दोष लोगों की हत्या इस्लाम में हराम है. मैं फ्रांस हमले की निंदा करता हूं.
आपको बता दें कि इससे पहले तीन बार नाईक की प्रेस कॉन्फ्रेंस रद्द हो चुकी थी. आज का प्रेस कॉन्फ्रेंस दक्षिण मुंबई के मझगांव में एक छोटे हॉल में किया गया. उल्लेखनीय है कि मुंबई का 50 वर्षीय प्रवचनकर्ता फिलहाल विदेश में है.