व्हाइट हाउस ने कहा है कि विश्वभर के मुस्लिम समुदाय के नेताओं की जिम्मेदारी है कि वे आईएसआईएसल जैसे आतंकवादी समूहों के खिलाफ मजबूती से और खुलकर सामने आएं। हाइट हाउस ने आतंकवादी समूहों से पैदा होने वाले खतरे को कट्टरपंथी इस्लाम के रूप से चिह्नित करने की निंदा की और तर्क दिया कि इस प्रकार का कदम खूंखार आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट की झूठी बातों को सही साबित करने में मदद करेगा। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने कल अपने नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह निश्चित ही आईएसआईएल की इस बात को सही साबित करेगा कि वे किसी न किसी तरीके से इस्लाम की ओर से काम कर रहे हैं जबकि वे जिस विचारधारा को आगे बढ़ाने की बात करते हैं, वह उनके धर्म की पूरी तरह गलत व्याख्या है। उन्होंने कहा कि यह अमेरिका और विश्वभर के मुस्लिम समुदाय के नेताओं की जिम्मेदारी है कि वे आईएसआईएसल जैसे आतंकवादी समूहों के खिलाफ मजबूती से और खुलकर सामने आएं।
इस बारे में अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के राष्ट्र को संबोधन के दौरान उनके बयानों के बारे में संवाददाताओं के प्रश्नों का जवाब देते हुए अर्नेस्ट ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने अपने पूर्ववर्ती नेताओं की तरह यह स्पष्ट किया कि यदि ऐसा किया जाता है तो यह आईएसआईएल के केवल इस हित को साधने का काम करेगा कि पश्चिम या अमेरिका या पूरा विश्व किसी न किसी तरह इस्लाम के साथ युद्धरत है। अर्नेस्ट ने कहा, यह एक कल्पना है। यह सत्य नहीं है। अमेरिका में इस समय लाखों देशभक्त मुसलमान हैं जो अपने समुदायों के सच्चे सदस्य हैं, जो अमेरिकी सेना में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, जो शिक्षक हैं, जो सहकर्मी हैं, जो पड़ोसी हैं, जो मित्र हैं।
अर्नेस्ट ने कहा, मुझे लगता है कि राष्ट्रपति उस भूमिका को लेकर काफी स्पष्ट हैं जो मुस्लिम-अमेरिकी आईएसआईएल को हराने में निभा सकते हैं, फिर भले ही यह वह जिम्मेदारी हो जिसके लिए मुस्लिम समुदाय को खड़ा होना होगा या फिर समुदाय के भीतर उठने वाली कट्टरपंथी आवाजों के खिलाफ बोलने की बात हो। उन्होंने कहा कि साथ ही यह स्पष्ट करना अमेरिकी समुदाय की जिम्मेदारी है कि हम अपने देश और उन लोगों की रक्षा करने के लिए मुस्लिम अमेरिकियों के साथ मिलकर काम करेंगे जिन्हें कट्टरपंथी बनाए जाने का खतरा है। अर्नेस्ट ने कहा कि अमेरिकी समाज में मुसलमानों की भूमिका एवं स्थान अमेरिका की सफलता के लिए अहम है क्योंकि इस देश में अंतत: मुसलमान ही होंगे जिन्हें अपने समुदाय में कट्टरवाद, अतिवादी ताकतों के खिलाफ खड़े होना और बोलना होगा।
उन्होंने कहा कि यदि वे संघीय सरकार और कानून प्र्वतन और हमारे आतंकवाद रोधी पेशेवरों और हमारे पड़ोसियों के साथ निकटता से मिलकर काम करते हैं तो वे इस प्रकार की ताकतों को हराने में अधिक प्रभावशाली होंगे। अर्नेस्ट ने कहाकि लेकिन कुछ अतिरिक्त कदम हैं जो संघीय सरकार ने हिंसक अतिवाद से निपटने के अपने प्रयास की सफलता के लिए उठाए हैं और कुछ प्रयास विदेशी जमीन पर भी किए गए हैं। कैलिफोर्निया में एक कट्टपंथी दंपति की गोलीबारी में 14 लोगों के मारे जाने की घटना के बाद ओबामा ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा था कि हम एक दूसरे के खिलाफ खड़े होकर इस लड़ाई को अमेरिका और इस्लाम के बीच की लड़ाई के रूप में परिभाषित किए जाने की अनुमति नहीं दे सकते।