श्रीनगर, शिया मुसलमानों को मुहर्रम का जुलूस निकालने से रोकने के लिए रविवार को श्रीनगर शहर के कुछ इलाकों में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया और सड़कों पर बैरिकेड लगाए गए।
शिया मुसलमान आठवें दिन भी श्रीनगर के गुरु बाजार से शहीदगंज, मौलाना आजाद रोड से होते हुए शहर के केंद्र में डलगेट इमामबाड़ा तक मोहर्रम का ताजिया जुलूस निकालने वाले थे, जिसकी अनुमति जिला अधिकारियों द्वारा नहीं दी गई।
एक आधिकारिक प्रवक्ता के अनुसार, श्रीनगर के जिलाधिकारी ने शनिवार को यह निर्णय लिया कि सार्वजनिक सुरक्षा और कानून- व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए मुहर्रम के जुलूसों को गुरु बाजार से डलगेट की ओर तथा अबी गुजर से जदीबल मार्ग की ओर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गयी है जिसमें शिया समुदाय को धार्मिक जुलूस निकालने की अनुमति देने मांग की गई, विशेष रूप से मुहर्रम के दौरान गुरु बाजार से डलगेट तक। जिसके बाद न्यायालय ने सक्षम प्राधिकरण को मुहर्रम जुलूस से संबंधित निर्णय लेने के लिए कहा गया।
सिटी सेंटर में 1989 से ही मुहर्रम का जुलूस निकालने अनुमति नहीं दी जा रही है, लेकिन मुहर्रम के जुलूस शहर के अंदरूनी भागों और कश्मीर घाटी के अन्य जिलों में हमेशा की तरह निकलते हैं।
गुरु बाजार से लेकर डलगेट तक कई सड़कों पर बैरिकेड लगाए गए और गलियों और बाईलेन को बंद करने के लिए कॉन्सर्टीना रेजर वायर बिछाए गए, इसके अलावा कानून-व्यवस्था बनाए रखने और किसी भी सभा को रोकने के लिए सुरक्षा बलों को तैनात किया गया।
एक पुलिस एडवाइजरी में कहा गया, “आम लोगों से अनुरोध है कि वे कानून का सम्मान करें और जुलूस से संबंधित किसी भी अफवाह की सराहना/ समर्थन न करें।”
ट्रैफिक पुलिस के एक परामर्श में कहा गया कि मुहर्रम-उल-हराम को ध्यान में रखते हुए श्रीनगर शहर में कई कट ऑफ स्थापित किए जाएंगे, जिससे सिटी सेंटर की ओर लोगों को जाने से हतोत्साहित किया जा सके। साथ ही यह भी कहा गया कि सुचारू रूप से यातायात का संचालन करने तथा आम जनता की सुविधा के लिए, मोटर चालकों को वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने का निर्देश दिया गया।