लखनऊ, समाजवादी पार्टी के भविष्य को लेकर लखनऊ के कालीदास मार्ग स्थित पार्टी कार्यालय में चली बड़ी बैठक मे मुलायम सिंह यादव, शिवपाल और सीएम अखिलेश दोनों मौजूद रहे। सबसे पहले सीएम अखिलेश ने माइक संभालते हुए बोलना शुरू किया। बोलते बोलते एक समय तो अखिलेश भावुक भी हो गए थे। अखिलेश ने भाषण मे कई बड़ी बातें कहीं। पार्टी कभी न तोड़ने की बात कहकर अखिलेश ने अपना नजरिया स्पष्ट कर दिया। साथ ही पार्टी और नेताजी के प्रति षड्यंत्रों का हवाला देकर अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई। इससे पार्टी को तोड़ने के आरोपों को अखिलेश ने खत्म कर दिया।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने भावुक होकर कहा कि अगर मेरे हटने से ये सारा मामला ठीक हो सकता हो तो मैं इस्तीफा देने को तैयार हूं। मुलायम सिंह मेरे पिता हैं, मेरे गुरु हैं आज जो भी कुछ हूं उनकी ही वजह से हूं। इसलिए उनसे अलग होने की बात ही नहीं सोच सकता। उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि मैं इसी पार्टी में बड़ा हुआ हूं, आज पार्टी के 25 साल पूरे हो चुके हैं। मैं क्यों अलग पार्टी बनाऊं। अखिलेश ने कहा, मैं नई पार्टी क्यों बनाऊंगा? मैं भी किधर जाऊंगा, मैं बर्बाद हो जाऊंगा। नेताजी मेरे लिए गुरु हैं, वह चाहें तो मुझे पार्टी से बाहर निकाल सकते हैं। वह कहते तो मैं इस्तीफा दे देता।
अखिलेश ने अमर सिंह पर निशाना साधा और कहा कि पार्टी के खिलाफ साजिश करने वालों के खिलाफ बोलूंगा।अखिलेश ने कहा कि अगला चुनाव सिर पर है। मैंने प्रदेश के लिए काम किया है और मैं सोचता हूं कि अगला चुनाव मेरे ही कामों पर होगा। जनता मुझे मेरे काम से पहचानती है। मुझे बहुत दुख है कि अमर सिंह ने मेरे लिये कहा था कि नवंबर तक अखिलेश मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे। रामगोपाल जी ने ये नहीं कहा था। अखिलेश यादव ने भावुक होकर कहा कि ये सच है कि मैने शिवपाल सिंह के विभाग छीने । लेकिन ये मैने अमर सिंह की वजह से किया। उन्होंने कहा कि अगर नेताजी या पार्टी के खिलाफ कोई साजिश हो रही है तो मैं उसकी कार्रवाई करूंगा।