नई दिल्ली, बॉक्सर और राज्यसभा सांसद मैरीकॉम ने दुष्कर्म जैसे मुद्दे को समाझाने के लिए अपने बच्चों के नाम एक चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में उन्होंने लिखा है कि तुम अभी छोटे हो पर अभी से जानो कि रेप होता क्या है, क्योंकि तुम्हारी मां से भी छेड़खानी हुई है। उन्होंने लेटर में लिखा कि आपकी मां भी छेड़छाड़ का शिकार हुई है। वो भी 3-3 बार। मैं 17 साल की थी, तब मणिपुर में मेरे साथ छेड़छाड़ हुई थी। फिर मेरे दोस्तों के साथ दिल्ली और हरियाणा में भी इससे जूझना पड़ा। मैरी कॉम ने लिखा यह काफी चौंकाने वाली बात है। सुबह के साढ़े 8 बजे थे। मैं रिक्शे से ट्रेनिंग कैंप जा रही थी। तभी एक अनजान व्यक्ति ने मुझ पर हमला कर दिया। उसने मेरी छाती पर हाथ लगाया। मुझे गुस्सा आया। मैंने चप्पल हाथ में लेकर उसका पीछा किया। मगर वो भाग गया। उन्होंने लिखा अफसोस है कि उस वक्त कराटे की ट्रेनिंग मेरे काम न आ सकी। अब 33 साल की हूं। लोग एक मेडलिस्ट के तौर पर मेरी तारीफ करते हैं। लेकिन, मैं चाहती हूं कि एक औरत के तौर पर भी मेरा उतना ही सम्मान हो। उन्होंने लिखा किसी इंसान के लिए हम नाटी और चपटी हैं, जिसे चिंकी कहकर बुलाया जाता है। किसी के लिए हमारा जिस्म ही सब कुछ है। मैरी कॉम ने लेटर में लिखा मेरे प्यारे बच्चों… याद रखना तुम्हारी तरह हमारे पास भी दो आंखें और एक नाक है। बस हमारे जिस्म के कुछ हिस्से तुम से अलग हैं। इतना सा फर्क है हमारे-तुम्हारे बीच। यह मायने नहीं रखता कि महिलाएं क्या पहने या कब घर से बाहर निकले, क्योंकि यह दुनिया उतनी ही महिलाओं की है जितनी मर्दों की। मैरी कॉम ने लिखा रोड पर चलता हर व्यक्ति मुझे नहीं पहचान सकता। जैसा धोनी और विराट को पहचानते हैं, लेकिन मैं यह भी डिजर्व नहीं करती कि कोई मुझे चिंकी कहे। मैं यौन हमलों को लेकर लोगों को जागरूक करूंगी।