लखनऊ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वाराणसी रोड शो, भाजपा के सहयोगी और केन्द्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा के बाद अब भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के निशाने पर हैं। उन्होंने रोड शो को तामझाम बताते हुए कहा कि यह एक तरह की हताशा को दिखाता है।एक दिन पहले ही 4 मार्च को केंद्रीय मंत्री और एनडीए के सहयोगी दल आरएलएसपी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा और आज सीएम अखिलेश यादव ने भी रोड शो पर निशाना साधा था।
भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, ”ये किसी किस्म की डेस्परेशन का भी संकेत देता है। ये कैसा डेस्परेशन है? अगर आप कॉन्फिडेंट हैं, आपके पास स्टार कैंपेनर्स हैं, जलेबी खाने वाले लीडर्स हैं तो तामझाम का क्या मतलब है?”
Agar aap confident hain, aapke paas star campaigners hain, jalebi khane wale leaders hain to taamjhaam ka kya matlab hai?: Shatrughan Sinha
— ANI (@ANI_news)
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा था कि यह केवल विधानसभा चुनाव है, पीएम को रोड शो नहीं करना चाहिए। कुशवाहा ने समाचार एजेंसी एएनआर्इ से कहा कि भाजपा यूपी में आगे चल रही है और मुझे लगता है कि पीएम को वाराणसी में रोड शो नहीं करना चाहिए। यह केवल विधानसभा चुनाव है।” कांग्रेस ने इस रोड शो को आचार संहिता का उल्लंघन बताया था। उत्तर प्रदेश चुनाव में भाजपा का सपा-कांग्रेस गठबंधन और मायावती नीत बसपा से कड़ा मुकाबला है।आज सीएम अखिलेश यादव ने भी रोड शो पर निशाना साधते हुये कहा है कि मोदी का पहला रोड शो फ्लाप हो गया है, इसीलिये दूसरा रोड शो कर रहें हैं।
भाजपा ने मोदी के चार मार्च के रोड शो के बारे में कहा कि यह रोड शो नहीं था। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि वे तो काशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन को जा रहे थे लोग उनसे जुड़ गए और एक सैलाब बन गया।