आणंद, कांग्रेस के नेता अहमद पटेल ने कहा है कि यदि पांच राज्यों के आगामी विधानसभा चुनावों में परिणाम भारतीय जनता पार्टी के अनुकूल नहीं रहता है तो भाजपा के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाएंगे। उन्होंने यह भी स्वीकारा कि गुजरात विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी के पास आखिरी मौका है।
पटेल ने मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘वह रेडियो पर गणतंत्र एवं लोकतंत्र की बातें करते हैं। नरेंद्र भाई का इनसे कोई लेना-देना नहीं है। वह बस तानाशाही जानते हैं।’ पटेल ने कहा, ‘भाजपा नेता अभी चुप हैं लेकिन वे अपनी तलवारें निकालने का इंतजार कर रहे हैं। राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, मुरली मनोहर जोशी, अरुण जेटली पांच राज्यों के चुनाव परिणामों का इंतजार कर रहे हैं। लालकृष्ण आडवाणी लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं।’ उन्होंने परोक्ष रूप से नोटबंदी के फैसले को लेकर प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, ‘वे परेशान हो चुके हैं। सरकारी अधिकारी परेशान हो चुके हैं क्योंकि वह (मोदी) प्रतिदिन बैठक करते हैं और किसी को बोलने नहीं देते। उन्हें इस बात की कोई परवाह नहीं है कि उनके फैसलों का लोगों पर, देश की अर्थव्यवस्था पर क्या असर पड़ेगा। उन्हें केवल प्रचार चाहिए, बोलने का मौका चाहिए।’ पटेल ने नोटबंदी के खिलाफ सोमवार को यहां आयोजित ‘जन वेदना’ रैली में कहा, ‘गुजरात चुनाव जीतना हमारे अस्तित्व का सवाल बन गया है। वे (भाजपा) गुजरात के जरिए दिल्ली में सत्ता में आए और यह उनका आधार है। केवल काम करने पर ध्यान दीजिए क्योंकि या तो अभी या फिर कभी नहीं।’ उन्होंने राहुल गांधी के इस आरोप को सही ठहराया कि नोटबंदी दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला है। उन्होंने आरोप लगाया कि गुजरात के रहने वाले उर्जित पटेल प्रधानमंत्री के हाथों की कठपुतली बन गए हैं और उन्होंने लोगों के साथ धोखा किया।