लखनऊ, राजधानी के गोमतीनगर स्टेशन और चारबाग स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए एस्केलेटर और लिफ्ट लगाने का काम अभी तक शुरू नहीं हुआ है, जबकि रेलमंत्री ने डेढ़ माह पहले यहां कई योजनाओं का शिलान्यास किया था।
उल्लेखनीय है कि यूपी में विधानसभा चुनाव को करीब देखते हुए इन योजनाओं का शिलान्यास रेलमंत्री सुरेश प्रभु से करवा दिया गया था। इन योजनाओं में अब भी कई बाधाएं हैं। गोमतीनगर स्टेशन पर 108 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले दो मंजिला कांच के टर्मिनल को दो साल में पूरा करने का लक्ष्य है। इसमें यात्रियों को वेटिंग एरिया, फूडकोर्ट और वाइफाई जोन जैसी सुविधा मिलेगी। इस नए भवन के लिए एलडीए से अब तक रेलवे को जमीन पर कब्जा ही नहीं मिल सका है। यहां अवैध कब्जा अब तक बरकरार है।
रेल सूत्रों ने बताया कि चारबाग स्टेशन से रोजाना करीब 280 ट्रेनें गुजरती हैं। यहां चार लिफ्ट और पांच एस्केलेटर लगाए जाएंगे। इनको दो-तीन, चार-पांच और छह-सात नंबर प्लेटफार्मों पर लगाया जाएगा। इसके लिए सर्वे तो पूरा हो गया, लेकिन स्थान तय नहीं हो सके हैं। यह काम रेलवे के निर्माण विभाग को करना है। 17 जून 2015 को इटारसी का रूट रिले इंटरलॉकिंग पैनल जलने से एक माह तक ट्रेनों का संचालन बंद हो गया था। लखनऊ में भी इस पैनल को अपग्रेड किया जाना था। इस प्रोजेक्ट में ही चारबाग स्टेशन तक पहुंचने के लिए चार प्रवेश और चार निकासी लाइन बिछाई जानी हैं। साथ ही 10 और 11 नंबर पर नए प्लेटफार्म का निर्माण होना है, लेकिन रेलवे को इस काम के लिए अब तक ब्लॉक नहीं मिला है। सूत्रों के मुताबिक, रेलमंत्री ने दो दिसंबर को ही हावड़ा से काठगोदाम जाने वाली बाघ एक्सप्रेस का ठहराव गोमतीनगर स्टेशन पर करने का आश्वासन दिया था। जीएम राजीव मिश्र ने भी इसके लिए जल्द नोटिफिकेशन जारी करने की बात कही थी। इस बीच रेलवे ने सहरसा गरीब रथ जैसी कई ट्रेनों के अलग-अलग स्टेशनों पर ठहराव बढ़ा दिए। लेकिन बाघ एक्सप्रेस का ठहराव गोमतीनगर स्टेशन पर नहीं हो सका।