सितारगंज (उत्तराखंड), बहुजन सामाज पार्टी की अध्यक्ष मायावाती ने केंद्र सरकार पर दलितों का आरक्षण खत्म करने के लिए कथित प्रयास करने का आरोप लगाया। मायावती ने उत्तराखंड के सितारगंज में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, भारतीय जनता पार्टी की सरकार दलितों के आरक्षण को खत्म करने का प्रयास कर रही है। वह आरक्षण को खत्म करने का प्रयास कर रही है।
भाजपा तथा कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए मायावती ने कहा, दोनों ही पार्टियां दलितों व जनजातियों को वोट बैंक समझती हैं। बसपा नेता ने खुदकुशी करने वाले हैदराबाद यूनिवर्सिटी के दलित छात्र रोहित वेमुला तथा गुजरात के उना में दलितों पर अत्याचार का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, भाजपा तथा कांग्रेस दोनों एक हैं। यही कारण है कि उत्तराखंड के दलितों व जनजातियों को नौकरियों में प्रोन्नति नहीं मिल रही है। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने दलितों व पिछड़ों से 15 फरवरी को 70 सदस्यीय उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में बसपा को मतदान करने की अपील की। मायावती ने कहा, उत्तराखंड के लोगों को भाजपा व कांग्रेस को हटाने तथा बदलाव के लिए बसपा को सत्ता में लाने की जरूरत है। उन्होंने महंगाई तथा गरीबी में इजाफे के लिए केंद्र सरकार की गलत नीतियों को जिम्मेदार ठहराया। मायावती ने कहा, मोदी सरकार कॉरपोरेट की सरकार है और इसकी गलत नीतियां महंगाई तथा गरीबी पर नियंत्रण करने में नाकाम रही हैं।